Hong Kong Fire Update : अपनों की तलाश में भटक रहे लोग, 44 की मौत के बाद अभी भी सैकड़ों का पता नहीं

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News India Live, Digital Desk : हांगकांग के 'ताई पो' (Tai Po) इलाके से जो तस्वीरें और खबरें आ रही हैं, वो किसी को भी परेशान करने के लिए काफी हैं। वहां एक रिहायशी बिल्डिंग (housing complex) में लगी भीषण आग अब एक बड़ी त्रासदी बन चुकी है। ताजा खबरों के मुताबिक, इस हादसे में मरने वालों की संख्या बढ़कर 44 हो गई है, लेकिन डर की बात यह है कि अभी भी सैकड़ों लोग लगभग 279 लोग लापता बताए जा रहे हैं।

यह हादसा हांगकांग के इतिहास की सबसे बड़ी आग घटनाओं में से एक माना जा रहा है। सोचिए, लोग अपने घरों में आराम कर रहे थे और तभी आग ने सब कुछ तहस-नहस कर दिया।

आखिर हुआ क्या था?

बताया जा रहा है कि जिन इमारतों में आग लगी, वहां मरम्मत यानी रेनोवेशन का काम चल रहा था। बिल्डिंग के बाहर बांस की मचान (bamboo scaffolding) और हरे रंग की जाली लगी हुई थी, जो आमतौर पर कंस्ट्रक्शन के दौरान लगाई जाती है। रिपोर्ट्स की मानें तो आग शायद इसी बाहरी मचान से शुरू हुई और देखते ही देखते इसने पूरी बिल्डिंग को अपनी चपेट में ले लिया।

हवा तेज़ थी और वहां इस्तेमाल किया गया 'फोम' (foam) जैसा कुछ मटीरियल इतनी जल्दी आग पकड़ गया कि लोगों को संभलने का मौका ही नहीं मिला। आग इतनी भयानक थी कि लपटें खिड़कियों से बाहर निकल रही थीं और धुएं का गुबार पूरे आसमान में छा गया था।

लापरवाही की कीमत: 44 जानें

पुलिस का कहना है कि यह सिर्फ एक हादसा नहीं, बल्कि लापरवाही का नतीजा हो सकता है। जांच में सामने आया है कि कंस्ट्रक्शन कंपनी ने शायद घटिया या ज्वलनशील मटीरियल इस्तेमाल किया था। इस मामले में पुलिस ने तीन लोगों को गिरफ्तार भी किया है जिन पर 'मानववध' (manslaughter) का शक है। एक छोटी सी गलती ने दर्जनों परिवारों को उजाड़ दिया।

मरने वालों में एक फायर फाइटर (दमकलकर्मी) भी शामिल है, जो दूसरों की जान बचाते हुए अपनी जान गंवा बैठा। वहीं, अस्पतालों में कई लोग अभी भी जिंदगी और मौत की जंग लड़ रहे हैं।

लापता लोगों की तलाश जारी

सबसे दुखद पहलू उन परिवारों का है जिन्हें अब तक अपने लापता रिश्तेदारों की कोई खबर नहीं मिली है। 200 से ज्यादा लोग मिसिंग हैं। रेस्क्यू टीम जली हुई इमारतों के अंदर जाने की कोशिश कर रही है, लेकिन गर्मी इतनी ज्यादा है कि ऊपर की मंजिलों तक पहुंचना मुश्किल हो रहा है।

हांगकांग के लिए यह 1996 की 'गारली बिल्डिंग' वाली आग की याद दिलाने जैसा है, जिसने उस वक्त 41 लोगों की जान ली थी। आज एक बार फिर शहर शोक में डूबा है। प्रशासन ने चुनाव प्रचार और दूसरे सरकारी कार्यक्रम रोक दिए हैं ताकि पूरा ध्यान राहत और बचाव पर दिया जा सके।

अब सबकी नजरें जांच पर टिकी हैं कि आखिर इतनी बड़ी चूक कैसे हुई, लेकिन जिन परिवारों ने अपनों को खो दिया, उनकी भरपाई शायद कभी नहीं हो पाएगी।

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