High Court's Strict Order : किसी भी हाल में नहीं बिगड़ना चाहिए माहौल मुर्शिदाबाद के लिए आया बड़ा आदेश

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News India Live, Digital Desk : खासकर 6 दिसंबर की तारीख को लेकर अक्सर संवेदनशीलता बनी रहती है। इसी को लेकर पश्चिम बंगाल में एक बड़ी हलचल देखने को मिली है। मामला मुर्शिदाबाद जिले से जुड़ा है, जहाँ बाबरी मस्जिद से जुड़े एक कार्यक्रम (event) को लेकर तनाव की आशंका जताई जा रही थी। लेकिन इससे पहले कि हालात बिगड़ते, Calcutta High Court ने कमान संभाल ली है और ममता बनर्जी की सरकार को सीधे और सख्त निर्देश जारी किए हैं।

कोर्ट ने क्या कहा? आसान भाषा में समझें

दरअसल, कोर्ट को यह जानकारी मिली थी कि मुर्शिदाबाद में एक संगठन बाबरी मस्जिद के मुद्दे पर एक कार्यक्रम आयोजित करना चाहता है। आम तौर पर ऐसे कार्यक्रमों में जज़्बात उमड़ पड़ते हैं और कई बार यह कानून व्यवस्था (Law and Order) के लिए चुनौती बन जाते हैं।

इस मामले पर सुनवाई करते हुए हाईकोर्ट ने साफ़ शब्दों में कहा है कि राज्य सरकार और पुलिस प्रशासन की यह जिम्मेदारी है कि वहां शांति बनी रहे। कोर्ट ने निर्देश दिया है कि प्रशासन यह सुनिश्चित करे कि किसी भी कार्यक्रम की वजह से communal harmony (सांप्रदायिक सौहार्द) न बिगड़े। जज साहब ने सरकार को हिदायत दी है कि किसी भी कीमत पर तनाव पैदा नहीं होना चाहिए।

तनाव को रोकने के लिए एहतियात

अदालत का यह कदम इसलिए अहम माना जा रहा है क्योंकि मुर्शिदाबाद एक संवेदनशील इलाका हो सकता है। कोर्ट ने कहा कि अगर कोई ग्रुप परमिशन मांगता है या कोई जमावड़ा होता है, तो पुलिस को अपनी आँखें और कान खुले रखने होंगे। ऐसा नहीं हो सकता कि कोई इवेंट हो और बाद में वहां लड़ाई-झगड़े की खबरें आएं।

यानी, यह आदेश एक तरह से "Preventive Measure" (बचाव का कदम) है। कोर्ट का संदेश साफ़ है "इलाज से बेहतर बचाव है।"

आम लोगों के लिए इसका क्या मतलब है?

अगर आप मुर्शिदाबाद या उसके आसपास रहते हैं, तो घबराने की जरूरत नहीं है, बल्कि सतर्क रहने की जरूरत है। प्रशासन अब कोर्ट के आदेश के बाद शायद सुरक्षा कड़ी कर दे। यह हम सब के लिए अच्छा ही है। त्योहार हो या कोई बरसी, देश और समाज की शांति सबसे ऊपर होनी चाहिए।

कोर्ट के इस सख्त रुख से उम्मीद है कि प्रशासन मुस्तैदी दिखाएगा और सब कुछ शांतिपूर्ण तरीके से निपट जाएगा। आखिर में, भाईचारा और शांति ही तो हम सबकी असली जीत है।

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