Healthy Lifestyle Tips : 8 घंटे से कम सोते हैं? आप सिर्फ़ थक नहीं रहे, इन 5 गंभीर बीमारियों को दावत दे रहे हैं
News India Live, Digital Desk: आज की 'हसल कल्चर' वाली ज़िंदगी में 24 घंटे भी कम लगते हैं। काम का प्रेशर, सोशल मीडिया पर देर रात तक स्क्रॉलिंग और अगली सुबह फिर से वही दौड़... इस सबके बीच अगर किसी चीज़ की सबसे ज़्यादा क़ुर्बानी दी जाती है, तो वह है हमारी नींद। "थोड़ा कम सो लेंगे तो क्या होगा?" - यह सोचना हमारी आदत बन गया है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि यह 'थोड़ा कम सोना' आपके शरीर और दिमाग़ पर कितना भारी पड़ रहा है?
नींद सिर्फ़ शरीर को आराम देने का तरीक़ा नहीं है, यह एक ज़रूरी जैविक प्रक्रिया है जो हमारे शरीर और मन को 'रीसेट' और 'रिपेयर' करती है। जब हम इससे समझौता करते हैं, तो हम अनजाने में कई गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं को न्योता दे रहे होते हैं।
यहाँ जानिए कम नींद लेने के 5 बड़े और ख़तरनाक नुक़सान:
1. दिल बन रहा है निशाना (बढ़ जाता है हार्ट अटैक का ख़तरा)
यह सबसे चौंकाने वाला और गंभीर ख़तरा है। जब आप कम सोते हैं, तो आपके शरीर में तनाव वाले हॉर्मोन (जैसे कॉर्टिसोल) का स्तर बढ़ जाता है। इससे आपका ब्लड प्रेशर और दिल की धड़कन बढ़ जाती है। लंबे समय तक ऐसा होने से हाई ब्लड प्रेशर, हार्ट अटैक और स्ट्रोक का ख़तरा कई गुना बढ़ जाता है। दिल को स्वस्थ रहने के लिए जितने आराम की ज़रूरत है, आप उसे वह दे ही नहीं रहे हैं।
2. दिमागी धुंध और ग़लत फ़ैसले (मानसिक स्वास्थ्य पर असर)
क्या आपने कभी महसूस किया है कि कम सोने के बाद आप छोटी-छोटी चीज़ें भूल जाते हैं या किसी काम पर ध्यान नहीं लगा पाते? नींद की कमी सीधे आपके दिमाग़ की कार्यक्षमता पर असर डालती है। आपकी सोचने-समझने की शक्ति, एकाग्रता और निर्णय लेने की क्षमता कम हो जाती है। आप भावनात्मक रूप से कमज़ोर महसूस करते हैं और छोटी-छोटी बातों पर चिड़चिड़ाने या गुस्सा करने लगते हैं।
3. वज़न का बढ़ना (मोटापे को दावत)
अगर आप जिम जाने और डाइटिंग करने के बाद भी वज़न कम नहीं कर पा रहे हैं, तो शायद इसका दोष आपकी नींद को जाता है। कम नींद लेने से शरीर में भूख बढ़ाने वाले हॉर्मोन (घ्रेलिन) का स्तर बढ़ जाता है और पेट भरने का संकेत देने वाले हॉर्मोन (लेप्टिन) का स्तर कम हो जाता है। नतीजा? आपको बार-बार भूख लगती है, ख़ासकर मीठी और अनहेल्दी चीज़ें खाने का मन करता है, जिससे मोटापा बढ़ता है।
4. शरीर की कमज़ोर होती ढाल (कमज़ोर इम्यूनिटी)
नींद हमारे शरीर के इम्यून सिस्टम यानी रोग प्रतिरोधक क्षमता को मज़बूत बनाने का काम करती है। जब आप सोते हैं, तो आपका शरीर संक्रमण से लड़ने वाले 'साइटोकाइन्स' नामक प्रोटीन बनाता है। कम नींद लेने से इन प्रोटीन्स का उत्पादन कम हो जाता है, जिससे आप बहुत जल्दी-जल्दी बीमार पड़ने लगते हैं। मौसम बदलने पर सबसे पहले सर्दी-ज़ुकाम आपको ही पकड़ता है।
5. बीमारियों का बढ़ता जोखिम
कम नींद सिर्फ़ दिल की बीमारियों तक ही सीमित नहीं है, यह आपको कई और गंभीर रोगों के मुहाने पर लाकर खड़ा कर सकती है। लगातार नींद पूरी न होने से टाइप-2 डायबिटीज़ और कुछ प्रकार के कैंसर का ख़तरा भी बढ़ जाता है।
इसलिए, अपनी नींद को प्राथमिकता बनाएँ। यह कोई लग्ज़री नहीं, बल्कि आपके स्वस्थ जीवन की सबसे बड़ी ज़रूरत है। शरीर और दिमाग़ को रिचार्ज करने के लिए हर रात 7-8 घंटे की गहरी नींद ज़रूर लें, क्योंकि आपकी सेहत से बढ़कर कुछ भी नहीं है।
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