Health Tips: रात को सोने से पहले करें ये एक काम, सारी थकान हो जाएगी दूर और आएगी गहरी नींद
काम पर एक लंबे दिन के बाद, घर पहुँचते ही आपको बिस्तर पर जाने का मन करता है। दिन भर भागदौड़ करने से शरीर में दर्द और थकान हो सकती है, जिससे रात में अच्छी नींद लेना मुश्किल हो जाता है।

इन समस्याओं से निपटने के लिए लोग तेल मालिश का सहारा लेते हैं। कई लोग सरसों या नारियल के तेल से पूरे शरीर की मालिश करते हैं। मालिश से मांसपेशियों में दर्द, बदन दर्द और ऐंठन जैसी समस्याओं से राहत मिलती है। हालाँकि, आप चाहें तो सोने से पहले सिर्फ़ पैरों की तेल मालिश करके देखें। यह एक पुरानी आयुर्वेदिक परंपरा है, जिससे शारीरिक दर्द और थकान मिनटों में दूर हो जाएगी।

रात को सोने से पहले तिल या सरसों के तेल से अपने पैरों की मालिश करें। इस आयुर्वेदिक अभ्यास को 'पादाभ्यंग' कहते हैं। आजकल की भागदौड़ भरी ज़िंदगी में तनाव, चिंता, अवसाद, थकान और अनिद्रा आम हैं।

आयुर्वेद के अनुसार, 'पादाभ्यंग' शरीर की नसों को शांत करता है और गहरी नींद लाता है। पैरों के तलवों में लगभग 72,000 नसें होती हैं, जो हृदय, फेफड़े, पाचन तंत्र और मस्तिष्क जैसे विभिन्न अंगों से जुड़ी होती हैं। ऐसे में जब इन बिंदुओं पर तेल से मालिश की जाती है, तो इसका असर पूरे शरीर में महसूस होता है।

न्यूरोलॉजी और रिफ्लेक्सोलॉजी के अनुसार, पैरों की मालिश तंत्रिका तंत्र को शांत करती है। यह डोपामाइन और सेरोटोनिन जैसे हार्मोन को सक्रिय करती है। इससे नींद और मूड में सुधार होता है।

तिल का तेल मालिश के लिए बेहतरीन माना जाता है। यह त्वचा को पोषण देता है और हड्डियों को मज़बूत बनाता है। सरसों का तेल सर्दी-ज़ुकाम से बचाता है, रक्त संचार बेहतर करता है और मांसपेशियों के दर्द से राहत देता है। सरसों का तेल ठंड के मौसम में ख़ास तौर पर फ़ायदेमंद होता है क्योंकि यह शरीर में गर्मी पैदा करता है।

पैरों की मालिश के लिए रात का समय सबसे अच्छा होता है क्योंकि इससे थकान दूर होती है और सुकून भरी नींद आती है। सोने से पहले अपने पैरों को अच्छी तरह धोकर सुखा लें। तिल या सरसों का तेल चूल्हे पर गरम करें। अब इस तेल से अपने तलवों, एड़ियों और पिंडलियों पर 5 से 10 मिनट तक हल्के हाथों से मालिश करें। इसके बाद मोज़े पहन लें ताकि तेल आपकी चादर पर न लगे। इससे शरीर का तनाव धीरे-धीरे कम होने लगेगा।
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