Government Work Made Easy : अब फोन में समाया पूरा सरकारी दफ्तर, बस ये 6 ऐप्स हैं जरूरी
News India Live, Digital Desk: क्या आपको भी सरकारी दफ्तरों के नाम से ही टेंशन होने लगती है? वही लंबी लाइनें, "साहब अभी सीट पर नहीं हैं" वाले जवाब, और डॉक्यूमेंट्स की 50 फोटोकॉपी कराने का झंझट। सच कहिए, हम सब इससे कभी न कभी परेशान हुए हैं।
लेकिन दोस्तों, साल 2025 आ चुका है (आज 12 दिसंबर है)। अब वो दौर नहीं रहा जब छोटे-छोटे कामों के लिए पूरा दिन बर्बाद करना पड़ता था। 'डिजिटल इंडिया' ने वाकई हमारी जिंदगी काफी आसान कर दी है, बस कमी है तो जानकारी की।
आज मैं आपको उन 6 सरकारी मोबाइल ऐप्स (Government Apps) के बारे में बताने जा रहा हूँ, जो हर भारतीय के फोन में होने ही चाहिए। ये ऐप्स आपका समय, पैसा और सबसे ज्यादा 'दिमाग की दही' होने से बचाएंगे। चलिए, आसान भाषा में समझते हैं।
1. डिजीलॉकर (DigiLocker) आपका डिजिटल बटुआ
अगर आप अब भी ओरिजिनल मार्कशीट या ड्राइविंग लाइसेंस जेब में लेकर घूमते हैं, तो रुकिए। डिजीलॉकर सरकार का मान्यता प्राप्त ऐप है।
- काम क्या है: आप अपने सारे डॉक्यूमेंट्स (पैन कार्ड, आधार, मार्कशीट, गाड़ी की आरसी) इसमें डिजिटल रूप में रख सकते हैं।
- सबसे बड़ा फायदा: अगर ट्रैफिक पुलिस आपको रोकती है और आप डिजीलॉकर में अपना लाइसेंस दिखाते हैं, तो उन्हें मानना ही पड़ेगा। यह 100% वैलिड है। ओरिजिनल खोने का डर भी ख़त्म!
2. उमंग ऐप (UMANG App) एक ऐप, अनेकों काम
अगर आपको अलग-अलग कामों के लिए 10 ऐप्स डाउनलोड करने से नफरत है, तो 'उमंग' आपके लिए 'बाहुबली' ऐप है।
- काम क्या है: यह 'सुपर ऐप' है। इसमें पीएफ (PF) का बैलेंस चेक करना, गैस सिलेंडर बुक करना, आधार कार्ड से जुड़े काम और पेंशन की जानकारी सब एक ही जगह मिल जाती है। पीएफ का पैसा निकालने के लिए अब कैफ़े के चक्कर नहीं काटने पड़ेंगे।
3. एम-परिवहन (mParivahan) गाड़ियों का साथी
जिनके पास गाड़ी या बाइक है, उनके लिए यह संजीवनी बूटी है।
- काम क्या है: क्या कभी आप पुरानी सेकंड हैंड गाड़ी खरीदने गए हैं? बस गाड़ी का नंबर इस ऐप में डालिए, आपको मालिक का नाम, गाड़ी कितनी पुरानी है, इंश्योरेंस है या नहीं सब पता चल जाएगा। साथ ही, अगर आपका कोई चालान कटा है, तो वो भी यहाँ दिख जाएगा और आप यहीं से भर भी सकते हैं।
4. एम-आधार (mAadhaar)
आजकल आधार कार्ड के बिना तो पत्ता भी नहीं हिलता।
- काम क्या है: कई बार हमें कहीं आईडी दिखानी होती है और हमारे पास फिजिकल आधार कार्ड नहीं होता। ऐसे में mAadhaar ऐप में मौजूद QR कोड और प्रोफाइल आपका काम आसान कर देता है। आप घर बैठे आधार में अपना पता (Address) बदलने की रिक्वेस्ट भी यहाँ से डाल सकते हैं।
5. वोटर हेल्पलाइन (Voter Helpline)
चुनाव के समय पर्ची ढूंढने में पसीने छूट जाते हैं न?
- काम क्या है: चुनाव आयोग का यह ऐप आपको अपना नाम वोटर लिस्ट में चेक करने, पोलिंग बूथ (वोट कहाँ डालना है) का पता लगाने और नया वोटर आईडी अप्लाई करने की सुविधा देता है। यह ऐप डेमोक्रेसी को आपकी जेब में ले आता है।
6. पोस्ट इन्फो (PostInfo) या एम-पासपोर्ट (mPassport Seva)
अपनी जरूरत के हिसाब से छठा ऐप चुनें। अगर आप डाकघर की स्कीमों में निवेश करते हैं, तो PostInfo ब्याज दर और इंश्योरेंस कैलकुलेट करने के लिए बेस्ट है।
वहीं, अगर विदेश जाने का प्लान है, तो mPassport Seva आपको पासपोर्ट ट्रैक करने और अपॉइंटमेंट लेने में मदद करता है। एजेंट को पैसे खिलाने की जरूरत ही नहीं!
मेरी सलाह (Pro Tip):
दोस्तों, स्मार्टफोन सिर्फ रील्स देखने या गेम खेलने के लिए नहीं है। आज ही प्ले स्टोर या ऐप स्टोर से इन ऐप्स को डाउनलोड करें और लॉगिन करके रख लें। पता नहीं कब किस मोड़ पर इनकी जरूरत पड़ जाए। खुद भी स्मार्ट बनें और घर के बुजुर्गों के फोन में भी ये ऐप्स सेट कर दें।
आपकी लाइफ कितनी आसान हो सकती है, यह आपको इन्हें इस्तेमाल करके ही पता चलेगा!
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