बांग्लादेश में बवाल उस्मान हादी के भाई की चेतावनी यूनुस के घर को घेर लूंगा अगर न्याय नहीं मिला
News India Live, Digital Desk: बांग्लादेश के जयनगर उपजिला में रविवार की रात हुई हिंसा के बाद हालात तनावपूर्ण बने हुए हैं. अवामी लीग के दिवंगत नेता उस्मान हादी की पत्नी शम्सुन्नहार खातून के परिवार को न्याय न मिलने पर उनके भाई शाकेबुल हादी सिलांग ने कड़ी चेतावनी दी है. उन्होंने ऐलान किया है कि अगर अपराधियों को गिरफ्तार नहीं किया गया और उन्हें सजा नहीं दी गई, तो वह नोबेल पुरस्कार विजेता डॉ. मुहम्मद यूनुस के आवास का घेराव करेंगे. सिलांग का आरोप है कि ये सारी साजिश उन्हीं के घर से रची गई है.
रविवार रात क्या हुआ था?
रविवार की रात को शम्सुन्नहार खातून के घर पर हिंसक हमला हुआ था. हमले में घर की कीमती चीजें तोड़ दी गईं और कम से कम तीन महिलाओं पर कथित तौर पर यौन उत्पीड़न का प्रयास भी किया गया. इसके बाद क्षेत्र में दहशत फैल गई. यह घटना उस समय हुई जब गांव के युवा 'ओई की बोले गॉमर छोरी' नाम से सांस्कृतिक कार्यक्रम की तैयारी कर रहे थे. हमलावरों ने सिर्फ तोड़फोड़ नहीं की, बल्कि नकदी और आभूषण भी लूट लिए और मोटरसाइकिल भी उठा ले गए. सिलांग ने कहा, "शम्सुन्नहार को एक बैठक में यूनुस हाउस के प्रबंधकों की उपस्थिति में धमकियां मिलीं."
किस पर हैं आरोप?
उस्मान हादी के भाई शाकेबुल हादी सिलांग ने साफ तौर पर बांग्लादेश ग्रामीण बैंक और डॉ. मुहम्मद यूनुस के आवास के प्रबंधन पर आरोप लगाए हैं. उन्होंने कहा कि रविवार की शाम को, जयनगर यूनियंस के नोमजापुरा बाजार स्थित ग्राम कल्याण सेंटर कार्यालय में अवामी लीग और विरोधी पार्टी के नेता बैठे थे. यह एक 'शांति समझौता' जैसा कुछ था, जिसमें कुछ लोग जमा हुए थे, लेकिन कथित तौर पर इस समझौते के बीच से ही हमलावरों ने हादी के परिवार पर हमला किया.
शिलांग का दावा है कि ये सारी चीजें यूनुस हाउस से जुड़ी हुई हैं और उनके खिलाफ रची गई एक साजिश है. उन्होंने बताया, "अगर हमले में शामिल लोगों को गिरफ्तार नहीं किया गया और हमें न्याय नहीं मिला, तो हम डाक्टर मुहम्मद यूनुस के घर का घेराव करेंगे."
मामला राजनीतिक मोड़ लेता दिख रहा है
चूंकि हमला एक अवामी लीग के दिवंगत नेता के परिवार पर हुआ है, और डॉ. मुहम्मद यूनुस पर आरोप लगाए जा रहे हैं, जो खुद वर्तमान बांग्लादेश सरकार के साथ तनावपूर्ण संबंधों के लिए जाने जाते हैं, यह पूरा मामला एक गंभीर राजनीतिक मोड़ ले रहा है. पुलिस ने भी शिकायत दर्ज कर ली है और जांच जारी है, लेकिन यह घटना निश्चित रूप से आगामी समय में बांग्लादेश की राजनीति और सामाजिक ताने-बाने को प्रभावित कर सकती है.
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