California Accident : भारतीय ड्राइवर की एक गलती ने छीन ली 3 जिंदगियां, व्हाइट हाउस तक पहुंची मामले की गूंज

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News India Live, Digital Desk: California Accident : अमेरिका के कैलिफोर्निया में 21 साल के एक भारतीय ट्रक ड्राइवर की लापरवाही ने तीन लोगों की जान ले ली.आरोपी जशनप्रीत सिंह पर नशे की हालत में ट्रक चलाने का आरोप है, जिसकी वजह से यह भयानक हादसा हुआ।इस घटना का वीडियो सामने आने के बाद अमेरिका में अवैध अप्रवासन और सड़क सुरक्षा को लेकर एक नई बहस छिड़ गई है। मामले की गंभीरता को देखते हुए व्हाइट हाउस ने भी इस पर अपनी प्रतिक्रिया दी है।

यह दिल दहला देने वाली घटना दक्षिणी कैलिफोर्निया के सैन बर्नार्डिनो काउंटी में आई-10 फ्रीवे पर हुई। रिपोर्ट्स के मुताबिक, जशनप्रीत सिंह तेज रफ्तार से ट्रक चला रहा था और ट्रैफिक जाम होने के बावजूद उसने ब्रेक नहीं लगाए। उसके ट्रक ने धीमी गति से चल रही गाड़ियों को पीछे से जोरदार टक्कर मार दी, जिसके बाद एक गाड़ी में आग लग गई। यह पूरी घटना जशनप्रीत के ही ट्रक में लगे डैशकैम में कैद हो गई।

हादसे में तीन लोगों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि जशनप्रीत समेत कई लोग घायल हो गए। पुलिस ने जब जशनप्रीत की जांच की तो पता चला कि वह नशीले पदार्थों के प्रभाव में था।

कौन है जशनप्रीत सिंह?

जशनप्रीत सिंह, जो मूल रूप से पंजाब का रहने वाला बताया जा रहा है, साल 2022 में अवैध तरीके से अमेरिका में दाखिल हुआ था। अमेरिकी होमलैंड सिक्योरिटी विभाग ने भी पुष्टि की है कि उसके पास अमेरिका में रहने के लिए कोई कानूनी दस्तावेज नहीं हैं। उसे पहले सीमा पर पकड़ा गया था, लेकिन बाइडेन प्रशासन की एक नीति के तहत सुनवाई लंबित रहने तक देश के अंदरूनी हिस्सों में रिहा कर दिया गया था।

व्हाइट हाउस ने जताई चिंता

इस घटना ने अमेरिका में सियासी तूफान खड़ा कर दिया है। व्हाइट हाउस ने इस मामले पर गहरी चिंता जताते हुए कहा है कि यह घटना "अवैध आपराधिक प्रवासियों को व्यावसायिक वाहन लाइसेंस जारी किए जाने की खतरनाक प्रवृत्ति" को उजागर करती है।व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव कैरोलिन लेविट ने पुष्टि की कि कैलिफोर्निया ने ही जशनप्रीत को ड्राइविंग लाइसेंस जारी किया था और अब परिवहन विभाग इस मामले की जांच कर रहा है।उन्होंने साफ किया कि ऐसे लोगों को लाइसेंस नहीं मिलना चाहिए जो इसके योग्य नहीं हैं।

यह हादसा अमेरिका में अवैध रूप से रह रहे प्रवासियों और उन्हें दी जाने वाली सुविधाओं पर एक गंभीर सवाल खड़ा करता है। इस घटना के बाद वहां की सरकार पर सुरक्षा नियमों को और सख्त करने का दबाव बढ़ गया है।

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