Bilaspur Train Accident : रिपोर्ट में खुलासा लोको पायलट ड्यूटी के लिए फिट ही नहीं था, फिर भी थमा दी गई ट्रेन
News India Live, Digital Desk : बिलासपुर में हुए उस रेल हादसे को शायद आप भूले नहीं होंगे। गाड़ियां टकराईं, नुकसान हुआ और कई सवाल पीछे छूट गए। आखिर गलती किसकी थी? सिग्नल की? पटरी की? या फिर मशीन की? लेकिन अब जांच रिपोर्ट आ गई है और इसमें जो वजह बताई गई है, वो न सिर्फ़ हैरान करने वाली है, बल्कि गुस्से से भर देने वाली है।
क्या कहती है रिपोर्ट? (What does the report say?)
जांच रिपोर्ट में साफ-साफ कहा गया है कि हादसे के वक़्त ट्रेन चला रहा लोको पायलट (Loco Pilot) ड्यूटी करने के लिए फिट नहीं था। सोचिए जरा! एक आदमी जो शारीरिक या मानसिक रूप से उस हालत में नहीं है कि वो इतनी बड़ी जिम्मेदारी संभाल सके, उसे हजारों टन भारी और सैकड़ों यात्रियों वाली ट्रेन सौंप दी गई।
रिपोर्ट इशारा करती है कि लोको पायलट शायद बीमार था, या फिर उसे पर्याप्त आराम (Rest) नहीं मिला था, या फिर वो किसी ऐसी मेडिकल कंडीशन में था कि उसे 'अनफिट' (Unfit) माना जाना चाहिए था। इसके बावजूद, उसे इंजन के केबिन में बैठाया गया।
इतनी बड़ी लापरवाही कैसे हुई?
रेलवे में नियम बहुत सख्त होते हैं। ड्राइवर की हर ट्रिप से पहले 'ब्रीथ एनालाइजर' जांच होती है और यह सुनिश्चित किया जाता है कि वो होश में और स्वस्थ हो। तो फिर यहाँ चूक कहाँ हुई?
सवाल यह है कि:
- क्या अधिकारियों ने पायलट की स्थिति को नज़रअंदाज़ किया?
- क्या पायलट पर काम का इतना दबाव था कि वो 'अनफिट' होते हुए भी काम करने को मजबूर था?
- या फिर मेडिकल चेकअप की प्रक्रिया में ही कोई गड़बड़ी थी?
आम यात्रियों का भरोसा डगमगाया
यार, हम ट्रेन का टिकट लेकर बेफिक्र हो जाते हैं। हमें लगता है कि रेलवे का सिस्टम फूल-प्रूफ है। लेकिन जब ऐसी खबरें आती हैं, तो डर लगता है। अगर 'फिटनेस' जैसे बेसिक नियम का ही पालन नहीं होगा, तो यात्री सुरक्षा भगवान भरोसे ही है।
रेलवे प्रशासन को अब जवाब देना होगा। सिर्फ़ रिपोर्ट बना देने से काम नहीं चलेगा। यह तय करना होगा कि भविष्य में कोई 'अनफिट' ड्राइवर इंजन का स्टीयरिंग न थामे। गलती किसी एक की हो सकती है, लेकिन ज़िम्मेदारी पूरे सिस्टम की है।
उम्मीद है कि इस रिपोर्ट के बाद सख्त कार्रवाई होगी और ऐसी गलती दोबारा नहीं दोहराई जाएगी। क्योंकि ट्रेन सिर्फ़ लोहे का डिब्बा नहीं, चलती-फिरती जिंदगियां होती हैं।
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