आपकी आँखें दे रही हैं किडनी खराब होने का सिग्नल, इन 3 लक्षणों को भूलकर भी न करें नज़रअंदाज़

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News India Live, Digital Desk : आँखें तो दिल का आईना होती हैं..." यह कहावत तो हम सबने सुनी है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि आपकी आँखें सिर्फ दिल का ही नहीं, बल्कि आपके शरीर के सबसे ज़रूरी अंगों में से एक, यानी किडनी का हाल भी बयां कर सकती हैं? जी हाँ, यह सुनने में भले ही अजीब लगे, लेकिन यह सच है।

किडनी हमारे शरीर का वो 'साइलेंट वर्कर' है, जो चुपचाप खून को साफ करने और शरीर से गंदगी बाहर निकालने का काम करती है। जब किडनी में कोई गड़बड़ी शुरू होती है, तो उसके शुरुआती लक्षण अक्सर इतने मामूली होते हैं कि हम उन पर ध्यान ही नहीं देते। लेकिन हमारी आँखें कुछ ऐसे संकेत देने लगती हैं, जिन्हें अगर समय पर पहचान लिया जाए, तो एक बड़ी मुसीबत से बचा जा सकता है।

अगर आँखों में दिखें ये 3 बदलाव, तो हो जाएं सावधान

1. सुबह उठने पर आँखों के नीचे सूजन या 'पफी आइज़'

क्या आप सुबह सोकर उठते हैं और पाते हैं कि आपकी आँखों के चारों ओर सूजन है, खासकर पलकों के नीचे? ज़्यादातर लोग इसे नींद पूरी न होने या थकान का नतीजा मानकर नज़रअंदाज़ कर देते हैं। लेकिन यह किडनी की खराबी का एक बहुत बड़ा और शुरुआती संकेत हो सकता है।

क्यों होता है ऐसा?
जब हमारी किडनी ठीक से काम नहीं कर पाती, तो वो शरीर से अतिरिक्त पानी और नमक को बाहर निकालने में नाकाम होने लगती है। यह पानी शरीर में जमा होने लगता है, और इसका सबसे पहला असर आँखों के आसपास की नाज़ुक त्वचा पर दिखता है, जो सूज जाती है। इसे 'पेरिऑर्बिटल एडिमा' कहते हैं।

2. आँखों का लगातार सूखा और खुजलीदार रहना

अगर आपकी आँखें बिना किसी वजह के हर समय सूखी रहती हैं, उनमें जलन और खुजली होती है, तो यह भी एक चेतावनी हो सकती है। जब किडनी फेल होने लगती है, तो खून में कैल्शियम और फास्फोरस जैसे मिनरल्स का संतुलन बिगड़ जाता है। खून में फास्फोरस की मात्रा बढ़ने से शरीर में खुजली होने लगती है, जिसका असर आँखों पर भी पड़ता है और वे लाल और चिड़चिड़ी हो जाती हैं।

3. धुंधला दिखाई देना

अचानक से आपको लगने लगे कि आपकी नज़र कमज़ोर हो रही है या आपको धुंधला दिखाई दे रहा है, तो इसे सिर्फ़ आँखों की समस्या समझने की गलती न करें। किडनी की बीमारी अक्सर हाई ब्लड प्रेशर का कारण बनती है। यह बढ़ा हुआ ब्लड प्रेशर आँखों की रेटिना में मौजूद खून की छोटी-छोटी नसों को नुकसान पहुंचा सकता है। इसे 'हाइपरटेंसिव रेटिनोपैथी' कहते हैं और अगर इसका इलाज न किया जाए, तो यह नज़र को स्थायी रूप से नुकसान पहुंचा सकता है।

क्या करें?

यह ज़रूरी नहीं है कि ये लक्षण हमेशा किडनी की बीमारी की वजह से ही हों, इनके और भी कारण हो सकते हैं। लेकिन अगर आपको इनमें से कोई भी लक्षण लगातार महसूस हो रहा है, खासकर अगर साथ में आपको बहुत ज़्यादा थकान, पेशाब में बदलाव या भूख न लगने जैसी समस्याएँ भी हैं, तो बिना देर किए डॉक्टर से सलाह ज़रूर लें। आपकी थोड़ी सी जागरूकता आपके शरीर के इस साइलेंट हीरो की जान बचा सकती है।

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