Yogi Adityanath: मुख्यमंत्री युवा उद्यमी विकास अभियान युवा शक्ति को मिली वन स्टॉप बिज़नेस प्लेटफ़ॉर्म की ताकत
News India Live, Digital Desk: उत्तर प्रदेश की योगी सरकार युवाओं को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में एक और ऐतिहासिक कदम उठा रही है. प्रदेश सरकार के बेहद महत्वाकांक्षी कार्यक्रम 'मुख्यमंत्री युवा उद्यमी विकास अभियान' के अगले चरण का भव्य आगाज़ लखनऊ के प्रतिष्ठित इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में हुआ. स्वयं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस दो दिवसीय 'युवा कॉन्क्लेव एवं एक्सपो' का उद्घाटन किया, जो राज्य में उद्यमशीलता को एक नई उड़ान देने के लिए डिज़ाइन किया गया है.
योगी सरकार ने इस कॉन्क्लेव को सिर्फ एक आयोजन नहीं, बल्कि एक 'वन स्टॉप बिजनेस प्लेटफॉर्म' के रूप में तैयार किया है. इसका उद्देश्य युवाओं को अपने व्यावसायिक विचारों (Business Ideas) को वास्तविकता में बदलने के लिए एक सरल और सुलभ मंच प्रदान करना है. इस प्लेटफॉर्म के ज़रिए एक छोटे से आइडिया को बड़े उद्यम (Enterprise) में बदलने तक की पूरी यात्रा को सरल बनाया गया है. यह कॉन्क्लेव युवा उद्यमियों को आवश्यक मार्गदर्शन, वित्तीय सहायता (Funding), कानूनी सलाह (Legal Advice), मार्केटिंग सपोर्ट और मेंटरशिप (Mentorship) जैसी महत्वपूर्ण सुविधाएँ एक ही छत के नीचे उपलब्ध कराएगा. यह पहल उन युवाओं के लिए वरदान साबित होगी जो अपना स्टार्टअप (Startup) शुरू करना चाहते हैं, लेकिन संसाधनों या जानकारी की कमी के कारण झिझकते हैं. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का दृष्टिकोण स्पष्ट है: प्रदेश के युवाओं को सिर्फ नौकरी खोजने वाला नहीं, बल्कि नौकरी पैदा करने वाला (Job Creator) बनाना, जिससे उत्तर प्रदेश आर्थिक विकास (Economic Growth) की नई ऊंचाइयों को छू सके. यह 'युवा उद्यमी कॉन्क्लेव' पूरे राज्य में एक नया उद्यमी पारिस्थितिकी तंत्र (Entrepreneurial Ecosystem) बनाने की दिशा में एक बड़ा मील का पत्थर साबित होगा, जहां नवाचार (Innovation) और आत्मनिर्भरता (Self-Reliance) को बढ़ावा दिया जाएगा.
पिछड़े वर्ग के छात्रों को 5 करोड़ की सौगात: छात्रावास सुविधाओं में अब होगा ज़बरदस्त सुधार!
उधर, योगी सरकार शिक्षा के क्षेत्र में भी एक और बड़ा कदम उठा रही है, खासकर समाज के पिछड़े और वंचित वर्गों (Backward Class Students) के छात्र-छात्राओं की सुविधाएँ बढ़ाने पर विशेष ध्यान केंद्रित किया जा रहा है. प्रदेश के 9 ज़िलों में स्थित उन छात्रावासों (Hostels) की सुविधाओं को अब और बेहतर बनाया जाएगा जो सालों से जीर्ण-शीर्ण अवस्था में थे और छात्रों को मूलभूत सुविधाएँ भी नहीं मिल पा रही थीं. इन सुविधाओं में सुधार के लिए उत्तर प्रदेश सरकार ने 5 करोड़ रुपये की राशि को तुरंत स्वीकृति प्रदान कर दी है, जिससे छात्रों के शैक्षिक भविष्य को उज्ज्वल बनाया जा सके.
इस महत्त्वपूर्ण योजना में लखनऊ, प्रयागराज, बहराइच, गोंडा, महोबा, हमीरपुर, मुरादाबाद, मेरठ और संत रविदासनगर जैसे महत्वपूर्ण ज़िलों में स्थित छात्रावासों का व्यापक अनुरक्षण (Maintenance) और नवीनीकरण (Renovation) किया जाएगा. अनुरक्षण में हॉस्टलों की इमारतों की मरम्मत (Building Repair), बेहतर स्वच्छता सुविधाएँ (Hygiene Facilities), आधुनिक लाइब्रेरी (Modern Libraries), इंटरनेट कनेक्टिविटी (Internet Connectivity) और आरामदायक रहने का वातावरण (Comfortable Living Environment) शामिल हो सकता है. इन ज़िलों में स्थित शैक्षणिक संस्थानों (Educational Institutions) में पढ़ने वाले पिछड़े वर्ग (OBC Students) के छात्रों को इस कदम से सीधा और बहुत बड़ा लाभ मिलेगा, जिससे उन्हें एक बेहतर माहौल में अपनी पढ़ाई जारी रखने का अवसर प्राप्त होगा. यह कदम शैक्षिक समानता (Educational Equity) और सामाजिक न्याय (Social Justice) को बढ़ावा देने की दिशा में योगी सरकार की प्रतिबद्धता को दर्शाता है, ताकि कोई भी छात्र सुविधा की कमी के कारण अपने सपनों से वंचित न रह जाए.
योगी सरकार की ये दोनों योजनाएँ, 'मुख्यमंत्री युवा उद्यमी विकास अभियान' और 'पिछड़े वर्ग के छात्रों के लिए छात्रावासों का उन्नयन', प्रदेश में रोज़गार सृजन (Job Creation), आत्मनिर्भरता (Self-Reliance) और समावेशी विकास (Inclusive Growth) के अपने दृष्टिकोण को मजबूत करती हैं. ये पहलें प्रदेश के भविष्य के लिए एक मजबूत नींव का निर्माण करेंगी, जहाँ युवा अपनी पूरी क्षमता का उपयोग कर सकें और कोई भी बच्चा अपनी सामाजिक या आर्थिक स्थिति के कारण शिक्षा से वंचित न रहे
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