महिलाओं का स्वास्थ्य: पीरियड्स के दौरान महिलाओं को ज़्यादा दर्द क्यों होता है? विशेषज्ञों से जानें
रजोनिवृत्ति से पहले, ज़्यादातर महिलाओं को महीने में एक बार मासिक धर्म होता है। इस दौरान उन्हें पेट दर्द, ऐंठन, मूड स्विंग और थकान का अनुभव होता है। लेकिन कुछ महिलाओं को मासिक धर्म के दौरान तेज़ दर्द होता है, और यह दर्द कई दिनों तक रहता है।

यह दर्द इतना बढ़ जाता है कि महिलाओं को इस दौरान काम करने में भी दिक्कत होती है। मेडिकल भाषा में इस स्थिति को डिसमेनोरिया कहते हैं। ऐसा क्यों होता है? आज हम स्त्री रोग विशेषज्ञ से इसके बारे में जानेंगे।
हर महिला को अपने पीरियड्स की शुरुआत में दर्द का अनुभव होता है। यह दर्द कभी-कभी बहुत तेज़ भी हो सकता है। इसका कारण यह है कि पीरियड्स के दौरान शरीर में प्रोस्टाग्लैंडीन हार्मोन का उत्पादन होता है।

कुछ महिलाओं में यह हार्मोन ज़रूरत से ज़्यादा हो जाता है। अगर यह हार्मोन बढ़ जाए, तो महिलाओं में गर्भाशय की मांसपेशियां ज़्यादा सिकुड़ जाती हैं, जिससे दर्द तेज़ हो जाता है और कई दिनों तक रहता है।

स्त्री रोग विशेषज्ञों का कहना है कि जिन महिलाओं को फाइब्रॉएड या सिस्ट होता है, उन्हें पीरियड्स के दौरान बहुत दर्द होता है। अगर कोई महिला मानसिक तनाव में है और उसके कोर्टिसोल हार्मोन का स्तर बढ़ रहा है, तो यह दर्द का कारण बन सकता है।

मासिक धर्म के दौरान एक या दो दिन तक दर्द होना सामान्य है, लेकिन यह लंबे समय तक भी रह सकता है। इससे काम करना भी मुश्किल हो सकता है।

इसलिए, इस मामले में डॉक्टर से सलाह ज़रूर लें। अगर आपको कोई भी लक्षण, जैसे कि दर्द के साथ खून आना, उल्टी, बुखार और चक्कर आना, महसूस हो रहा है, तो तुरंत अस्पताल जाएँ, इस मामले में लापरवाही न बरतें।

किन बातों का ध्यान रखें? तो पीरियड्स के दौरान गुनगुना पानी पिएँ। पेट पर हीटिंग पैड लगाएँ। खाने में हरी सब्ज़ियाँ और फल शामिल करें। रोज़ाना पर्याप्त नींद लें। और सबसे ज़रूरी बात यह है कि मानसिक तनाव न लें।
--Advertisement--