दिल्ली-एनसीआर के रियल एस्टेट में 2025 की जबरदस्त उछाल: क्यों बढ़ रही है प्रॉपर्टी की मांग?

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दिल्ली-एनसीआर रियल एस्टेट मार्केट में 2025 की पहली और दूसरी तिमाही में जबरदस्त तेजी देखने को मिल रही है। खासतौर पर गुरुग्राम और नोएडा जैसे इलाकों में प्रॉपर्टी के दाम पिछले एक साल में 9% से 13% तक बढ़े हैं। ये क्षेत्र न केवल निवेशकों के लिए सबसे आकर्षक जगह बन गए हैं, बल्कि यहां रहने वालों की संख्या भी लगातार बढ़ रही है।

इस तेजी के पीछे सबसे बड़ा कारण है बेहतर कनेक्टिविटी और इन्फ्रास्ट्रक्चर का विकास। मेट्रो नेटवर्क, एक्सप्रेसवे, और नए टाउनशिप प्रोजेक्ट्स ने इस इलाके को पूरे देश में रियल एस्टेट के सबसे मजबूत बाजारों में से एक बना दिया है। वहीं, नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट की निर्माण प्रगति भी इस क्षेत्र के भविष्य को उज्जवल बना रही है।

गुरुग्राम: लग्जरी हाउसिंग का नया हब

गुड़गांव या गुरुग्राम आज लग्जरी और प्रीमियम हाउसिंग मार्केट का गढ़ बन चुका है। 2025 की दूसरी तिमाही में यहां 18,000 से ऊपर प्रति वर्ग फुट की कीमतें दर्ज की गई हैं। द्वारका एक्सप्रेसवे और साउदर्न परिफेरल रोड जैसी प्रमुख लोकेशन्स में 58% तक की कीमतों में वृद्धि हुई है, जो निवेशकों को आकर्षित कर रही है।

गुरुग्राम में मिड-सेगमेंट और लग्जरी प्रॉपर्टी दोनों की बिक्री में तेज़ी आई है। लोग आज बड़े, खूबसूरत और आधुनिक सुविधाओं से लैस घरों को खरीदना पसंद कर रहे हैं। आसपास की अच्छी लाइफस्टाइल, हरियाली और बेहतर कनेक्टिविटी ने इस ट्रेंड को और मजबूत किया है।

नोएडा: निवेश का आकर्षक विकल्प

नोएडा में भी प्रॉपर्टी के दाम तेजी से बढ़ रहे हैं। मुख्य रूप से मिड और हाई-एंड सेगमेंट की प्रॉपर्टी 9% तक महंगी हुई है। नोएडा एयरपोर्ट की सुविधा के आने से इस इलाके में रहने और निवेश करने की क्षमता और बढ़ेगी। बेहतर सड़कें, मेट्रो कनेक्टिविटी और नए आवास प्रोजेक्ट्स ने भी नोएडा को रियल एस्टेट प्रेमियों का पसंदीदा बनाकर रखा है।

दिल्ली-एनसीआर: निवेशक की पहली पसंद

दिल्ली-एनसीआर के रियल एस्टेट बाजार की यह तेजी निवेशकों के नजरिए को दर्शाती है। अब खरीदार सिर्फ घर की कीमत या लोकेशन नहीं देखते, बल्कि आधुनिक सुविधाएं, जीवनशैली, और भविष्य में रिटर्न (ROI) के हिसाब से घर खरीदना प्राथमिकता देते हैं।

हालांकि, 2025 की पहली तिमाही में देश के कई बड़े शहरों में प्रॉपर्टी की बिक्री में गिरावट आई है, लेकिन दिल्ली-एनसीआर ने विपरीत रुख दिखाते हुए मजबूत पकड़ बनाए रखी है। इसका एक बड़ा कारण यहां लग्जरी और प्रीमियम सेगमेंट की बढ़ती डिमांड है।

रियल एस्टेट में निवेश से पहले ध्यान रखें

इलाके की मौजूदा कीमतों का विश्लेषण करें।

डेवलपर की विश्वसनीयता और प्रोजेक्ट डिलीवरी टाइमलाइन जांचें।

कानूनी स्थिति साफ होनी चाहिए।

निवेश के बाद कितनी जल्दी प्रॉपर्टी की रीसेल हो सकती है, यह भी देखें।

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