रोज 5 KM दौड़ता था, सिगरेट नहीं पीता था, फिर भी हार्ट अटैक... इस आदमी की कहानी आपकी आँखें खोल देगी
सोचिए, एक आदमी जो हर रोज 5 किलोमीटर दौड़ता हो, सिगरेट को कभी हाथ न लगाया हो, और खाने-पीने का पूरा ध्यान रखता हो... उसे हार्ट अटैक आ जाए! सुनने में अजीब लगता है, है न? लेकिन बेंगलुरु के रहने वाले कार्तिक श्रीनिवासन के साथ ठीक यही हुआ।
अपनी हेल्दी लाइफस्टाइल के बावजूद, जब उन्हें पता चला कि उनके दिल में दो ब्लॉकेज हैं और उन्हें स्टेंट डालना पड़ा, तो उनका हैरान होना लाजिमी था। उन्होंने सोशल मीडिया पर अपनी आपबीती साझा करते हुए बस एक सवाल पूछा - "मैं ही क्यों?"
उनकी कहानी उन सभी लोगों के लिए एक बड़ा सबक है, जिन्हें लगता है कि सिर्फ एक्सरसाइज कर लेने से सेहत की गारंटी मिल जाती है।
"मैंने तो सबकुछ सही किया था..."
कार्तिक बेंगलुरु में एक कम्युनिकेशन प्रोफेशनल हैं। वह बताते हैं कि 2011 के बाद से उन्होंने अपनी सेहत को लेकर कोई लापरवाही नहीं की।
- दौड़ना: "मैं साल में लगभग 300 दिन, हर रोज 5 किलोमीटर दौड़ता था।"
- खान-पान: "मैं जल्दी सोता था और खाने को लेकर बहुत जागरूक था। बाहर का खाना लगभग बंद कर दिया था, हमेशा घर का बना खाना ही खाता था।"
- बुरी आदतें नहीं: "मैं सिगरेट नहीं पीता। जहां तक मुझे पता है, मेरे परिवार में भी किसी को दिल की बीमारी नहीं रही है।"
- तनाव भी कम: "2018 से जब मैंने घर से काम करना शुरू किया, तो मेरा तनाव भी काफी कम हो गया था।"
इतना सब कुछ करने के बाद भी जब दिल ने धोखा दिया, तो उनका चौंकना स्वाभाविक था। वह सौभाग्यशाली रहे कि सही समय पर खुद चलकर अस्पताल पहुंच गए और उनका इलाज हो गया।
हार्ट अटैक के बाद जिंदगी में किए ये 2 बड़े बदलाव
एंजियोप्लास्टी और दो स्टेंट लगने के बाद, कार्तिक को समझ आया कि उनकी 'परफेक्ट' लाइफस्टाइल में भी कुछ कमी थी। उन्होंने अपनी जिंदगी में सिर्फ दो छोटे, लेकिन बहुत असरदार बदलाव किए, जिनसे उन्हें काफी फायदा हुआ।
- गहरी सांसों का जादू: कार्तिक ने रोज सोने से पहले और दिन में दो बार कुछ मिनटों के लिए गहरी सांस लेने की आदत डाली। उनका कहना है कि इससे न सिर्फ उन्हें गहरी और अच्छी नींद आती है, बल्कि सुबह उठने पर वह बिल्कुल तरोताजा महसूस करते हैं।
- दौड़ने के अलावा 'चलना' भी जरूरी: अब वह सिर्फ सुबह दौड़ते ही नहीं, बल्कि दिन भर में 8,000 से 10,000 कदम चलते भी हैं। उन्होंने एक जगह घंटों बैठने की आदत छोड़ दी और थोड़ी-थोड़ी देर में घूमते-फिरते रहते हैं, ताकि शरीर और दिल हर समय एक्टिव रहे।
कार्तिक की कहानी एक कड़वी सच्चाई बताती है: दिल को स्वस्थ रखने के लिए सिर्फ दौड़ना ही काफी नहीं है। आपको भरपूर नींद, तनाव मुक्त दिमाग और पोषक तत्वों से भरपूर डाइट की भी उतनी ही जरूरत है। सेहत एक तरफा रास्ता नहीं है, यह एक 360-डिग्री अप्रोच है।
--Advertisement--