UP Police : गाजियाबाद बॉर्डर पर रोका गया कैराना सांसद इकरा हसन और हरेंद्र को, मुल्क की सीमा तक क्यों पहुंचे थे?
News India Live, Digital Desk: उत्तर प्रदेश में सियासी माहौल एक बार फिर गरमा गया है. गाजियाबाद बॉर्डर पर कैराना की समाजवादी पार्टी सांसद इकरा हसन और एक अन्य व्यक्ति हरेंद्र को उस समय रोक दिया गया, जब वे गाजियाबाद होते हुए संम्भल जा रहे थे. यह घटनाक्रम उस विवाद के बाद हुआ है जिसमें संम्भल में कुछ मुस्लिम महिलाओं को बुर्के में देखकर टिप्पणी की गई थी और एक बड़ा राजनीतिक मुद्दा बन गया था. इकरा हसन ने इसे "अघोषित आपातकाल" बताया है और सरकार पर सवाल उठाए हैं.
क्या है पूरा मामला?
इकरा हसन और हरेंद्र गाजियाबाद बॉर्डर पर रोक दिए गए थे, क्योंकि वे संम्भल की ओर बढ़ रहे थे. ऐसा माना जा रहा है कि संम्भल में हाल ही में बुरका (मुस्लिम महिलाओं के परिधान) को लेकर कुछ विवादास्पद टिप्पणियां की गई थीं, जिससे समुदाय में रोष था. इकरा हसन इसी मुद्दे पर या किसी अन्य कारण से संम्भल जा रही थीं, लेकिन प्रशासन ने उन्हें सुरक्षा व्यवस्था का हवाला देते हुए आगे बढ़ने से रोक दिया.
इकरा हसन का 'अघोषित आपातकाल' का आरोप:
इकरा हसन ने उन्हें रोके जाने पर कड़ी आपत्ति जताई है. उन्होंने इस कार्रवाई को "अघोषित आपातकाल" बताया है, जिसका मतलब है कि सरकार बिना किसी आधिकारिक घोषणा के नागरिकों के अधिकारों का दमन कर रही है. उन्होंने आरोप लगाया कि लोगों को शांतिपूर्ण तरीके से एक जगह से दूसरी जगह जाने से रोका जा रहा है, जो लोकतांत्रिक अधिकारों का हनन है.
यह घटना ऐसे समय में हुई है जब उत्तर प्रदेश में सांप्रदायिक मुद्दों को लेकर राजनीतिक पारा अक्सर चढ़ा रहता है. सपा और अन्य विपक्षी दल लगातार भाजपा सरकार पर निशाना साधते रहते हैं. गाजियाबाद बॉर्डर पर हुई यह कार्रवाई और इकरा हसन का तीखा बयान आने वाले दिनों में और बड़े राजनीतिक विवाद का रूप ले सकता है. पुलिस प्रशासन ने इस मामले में अभी तक कोई विस्तृत बयान नहीं दिया है, लेकिन सुरक्षा व्यवस्था का हवाला देते हुए यात्रा रोकने की बात कही गई है.
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