Upcoming Movies : माँ की विरासत को आगे बढ़ाएगी बेटी, श्रीदेवी की मॉम के सीक्वल में अब नजर आएंगी खुशी कपूर
News India Live, Digital Desk: बॉलीवुड से एक ऐसी खबर सामने आई है, जो दिवंगत अभिनेत्री श्रीदेवी के फैंस को भावुक कर देगी. कुछ फिल्में और कुछ किरदार ऐसे होते हैं जो हमेशा के लिए अमर हो जाते हैं. श्रीदेवी की 2017 में आई फिल्म 'मॉम' भी एक ऐसी ही फिल्म थी, जिसमें उन्होंने एक माँ की बेबसी और उसके इंतकाम की कहानी को इस शिद्दत से पर्दे पर जिया था कि देखने वालों के रोंगटे खड़े हो गए थे. अब खबर है कि श्रीदेवी की इसी विरासत को उनकी छोटी बेटी खुशी कपूर आगे बढ़ाने जा रही हैं.
जी हाँ, यह खबर पक्की है कि 'मॉम' का सीक्वल बनने जा रहा है और इस फिल्म में मुख्य भूमिका कोई और नहीं, बल्कि खुशी कपूर निभाएंगी.
वो किरदार जिसने श्रीदेवी को दिलाया था नेशनल अवॉर्ड
'मॉम', जो श्रीदेवी के करियर की 300वीं फिल्म थी, न केवल बॉक्स ऑफिस पर सफल रही, बल्कि समीक्षकों ने भी इसे खूब सराहा था. यह एक ऐसी माँ की कहानी थी जो अपनी सौतेली बेटी के बलात्कारियों को खुद सज़ा देती है, जब कानून ऐसा करने में नाकाम रहता है. इस फिल्म में देवकी सबरवाल के किरदार के लिए श्रीदेवी को मरणोपरांत सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री के राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित किया गया था. अब उसी किरदार को एक नए रूप में पर्दे पर जीना खुशी कपूर के लिए किसी अग्निपरीक्षा से कम नहीं होगा.
एक बेटी के लिए सबसे बड़ी चुनौती
इस फिल्म का निर्माण खुशी के पिता और श्रीदेवी के पति, बोनी कपूर ही कर रहे हैं. 'द आर्चीज' जैसी हल्की-फुल्की फिल्म से अपना करियर शुरू करने वाली खुशी कपूर के लिए 'मॉम' का सीक्वल एक बहुत बड़ी छलांग और एक बहुत बड़ी ज़िम्मेदारी है. सूत्रों के मुताबिक, खुशी इस किरदार को लेकर बेहद गंभीर हैं और इसे सिर्फ एक फिल्म नहीं, बल्कि अपनी माँ को दी जाने वाली एक श्रद्धांजलि के तौर पर देख रही हैं. उन्होंने फिल्म के लिए शूटिंग भी शुरू कर दी है.
पूरे परिवार के लिए एक भावनात्मक सफर
यह प्रोजेक्ट सिर्फ खुशी के लिए ही नहीं, बल्कि पूरे कपूर परिवार के लिए बेहद खास और भावनात्मक है. 'मॉम' श्रीदेवी के दिल के बहुत करीब थी और अब उसी कहानी को उनकी बेटी के साथ आगे ले जाना बोनी कपूर के लिए भी एक बहुत ही भावुक पल है. फैंस की उम्मीदें आसमान पर हैं और हर कोई यह देखने के लिए बेताब है कि क्या खुशी अपनी माँ की तरह ही इस मुश्किल किरदार के साथ न्याय कर पाएंगी. यह सिर्फ एक फिल्म नहीं, बल्कि एक बेटी का अपनी माँ की कला को सलाम करने का एक खूबसूरत प्रयास है.
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