दिल्ली हाई कोर्ट में जुबिन नौटियाल की लीगल लड़ाई फर्जी विज्ञापन, धोखाधड़ी से खुद को कैसे बचाएंगे स्टार गायक?
News India Live, Digital Desk: जाने-माने बॉलीवुड गायक जुबिन नौटियाल ने हाल ही में अपनी 'पर्सनालिटी राइट्स' (Personality Rights) को सुरक्षित रखने के लिए दिल्ली हाई कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है. जुबिन एक पॉपुलर गायक हैं और उन्हें डर है कि उनकी तस्वीरों, आवाज़ और नाम का इस्तेमाल करके लोग उन्हें गुमराह कर सकते हैं, या इसका गलत फायदा उठा सकते हैं. दिल्ली हाई कोर्ट के न्यायाधीश अनुप मल्होत्रा की पीठ ने इस मामले में नोटिस जारी किया है और विभिन्न कंपनियों, व्यक्तियों और भारत सरकार के इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय को चार सप्ताह के भीतर जवाब दाखिल करने को कहा है.
'पर्सनालिटी राइट्स' का मामला क्या है?
असल में, 'पर्सनालिटी राइट्स' किसी व्यक्ति का अपने नाम, पहचान, छवि और आवाज़ जैसी निजी विशिष्टताओं के इस्तेमाल को नियंत्रित करने का अधिकार होता है. मशहूर हस्तियों के लिए यह अधिकार और भी महत्वपूर्ण हो जाता है, क्योंकि अक्सर उनकी पहचान का इस्तेमाल बिना इजाजत के प्रचार या गलत उद्देश्यों के लिए किया जाता है. जुबिन नौटियाल का मामला भी इसी से जुड़ा हुआ है.
जुबिन की चिंता क्या है?
गायक जुबिन नौटियाल के वकीलों ने कोर्ट को बताया कि कुछ अनजान कंपनियां, व्यक्ति और संस्थाएं बिना जुबिन की अनुमति के उनके नाम, फोटो, आवाज़ और इमेज का इस्तेमाल करके मुनाफा कमा रही हैं. इसमें धोखाधड़ी के इरादे से जुबिन का नकली अकाउंट बनाकर या फर्जी इवेंट आयोजित करके लोगों से पैसे ठगना भी शामिल हो सकता है. वे इन परमानेंट और अस्थायी रूप से जारी की गई इमेज और उनके साथ गलत रूप से किए गए विज्ञापन, साथ ही लाइव म्यूजिक शो और विज्ञापनों में उनके बिना परमीशन के उनकी इमेज या किसी हिस्से का उपयोग रोकना चाहते हैं. जुबिन नहीं चाहते कि लोग उनके नाम और पहचान का गलत इस्तेमाल करके जनता को गुमराह करें या खुद फायदा उठाएं. वे अपने अधिकारों की रक्षा के लिए कोर्ट से अपील कर रहे हैं.
न्यायाधीश मल्होत्रा ने भारत सरकार के इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय, जुबिन नौटियाल, सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स एक्स (जिसे पहले ट्विटर कहते थे), मेटा प्लेटफॉर्म्स (जो फेसबुक और इंस्टाग्राम चलाता है), गूगल, टेलीकॉम कंपनियों और अन्य पक्षों को चार हफ्ते में अपना जवाब दाखिल करने को कहा है. इससे पहले, अभिनेता अनिल कपूर और जैकी श्रॉफ भी ऐसे ही मामलों में दिल्ली हाई कोर्ट जा चुके हैं और अपने पक्ष में फैसले हासिल कर चुके हैं. यह दिखाता है कि भारत में भी 'पर्सनालिटी राइट्स' को लेकर सेलिब्रिटीज जागरूक हो रहे हैं.
जुबिन नौटियाल के वकीलों में नितिन चोपड़ा और मयंक मोंगा शामिल हैं. यह मामला सिर्फ जुबिन के लिए नहीं, बल्कि भारत में 'पर्सनालिटी राइट्स' के कानून को मजबूत करने की दिशा में एक अहम कदम साबित हो सकता है.
--Advertisement--