'मासूम' की शूटिंग में शबाना आजमी जुगल हंसराज से क्यों रहती थीं दूर? खुद जुगल ने किया खुलासा
News India Live, Digital Desk: जाने-माने अभिनेता और निर्देशक जुगल हंसराज ने हाल ही में अपने बचपन के दिनों की एक दिलचस्प बात शेयर की है. उन्होंने अपनी ब्लॉकबस्टर फिल्म 'मासूम' की शूटिंग के दौरान हुई एक घटना का जिक्र किया, जिसमें फिल्म की दिग्गज अभिनेत्री शबाना आजमी उनसे थोड़ी 'कोल्ड' यानी कि अलग-थलग रहती थीं. यह खुलासा उन्होंने अनुपमा चोपड़ा के पॉडकास्ट में किया. इस बात ने उस समय सबको चौंका दिया था, लेकिन अब जुगल ने इसकी पूरी सच्चाई बताई है.
तो क्यों बनाई थी शबाना आजमी ने दूरी?
जुगल हंसराज ने बताया कि 'मासूम' फिल्म की शूटिंग के दौरान वे महज़ 9 या 10 साल के थे. उस वक्त शबाना आजमी फिल्म में उनके पिता (नसीरुद्दीन शाह) की पत्नी का किरदार निभा रही थीं, जबकि वह फिल्म में 'गलत साइड' से जन्मे बच्चे (गैर-विवाहित रिश्ते का बच्चा) का रोल प्ले कर रहे थे, जिसके आने से शादीशुदा जिंदगी में दिक्कतें पैदा होती हैं. शबाना आजमी अपने किरदार को लेकर इतनी संजीदा थीं कि वे जुगल के साथ सेट पर ज्यादा बात नहीं करती थीं और एक तरह की दूरी बनाकर रखती थीं. जुगल ने बताया, "वह मेरे साथ ज्यादा बातचीत नहीं करती थीं... वह मुझसे दूरी बनाकर रखती थीं. ऐसा नहीं था कि वह मुझसे नफरत करती थीं, बल्कि वह चाहती थीं कि फिल्म में जब हमें एक-दूसरे को नहीं देखना था तो हमारा असली कनेक्शन ऐसा ही हो."
दरअसल, शबाना आजमी उस वक्त अपनी एक्टिंग और मेथड एक्टिंग के लिए बहुत मशहूर थीं. वे अपने किरदारों में इतना डूब जाती थीं कि उन्हें रियल लाइफ में भी निभाती थीं. उनका मानना था कि यदि फिल्म के दौरान वे जुगल से सामान्य रूप से बात करेंगी, तो पर्दे पर उन भावनाओं को दिखाना मुश्किल होगा जहाँ उन्हें जुगल से नाराज या विचलित दिखना था. इस कारण उन्होंने शूटिंग के दौरान उनसे एक पेशेवर दूरी बनाकर रखी, ताकि फिल्म में उनका प्रदर्शन सच्चा और प्रभावशाली लगे.
तब के जुगल हंसराज, आज के जुगल हंसराज
जुगल हंसराज के लिए वह एक नया अनुभव था. वह बताते हैं कि उन्हें उस समय इस बात की जानकारी नहीं थी कि एक्टिंग क्या होती है, या मेथड एक्टिंग क्या होती है. यह सब कुछ उनकी समझ से परे था, इसलिए उन्हें समझ नहीं आया कि आखिर शबाना जी उनके साथ ऐसा क्यों व्यवहार कर रही हैं. आज जुगल हंसराज खुद एक मंजे हुए कलाकार बन चुके हैं और शबाना आजमी की इस अप्रोच को बखूबी समझते हैं.
'मासूम' फिल्म 1983 में रिलीज़ हुई थी और यह एक बड़ी हिट साबित हुई. शेखर कपूर द्वारा निर्देशित इस फिल्म को भारतीय सिनेमा की क्लासिक फिल्मों में गिना जाता है, जिसमें बाल कलाकार के तौर पर जुगल हंसराज के काम को भी खूब सराहा गया था. यह घटना एक बेहतरीन कलाकार की अपनी भूमिका के प्रति समर्पण को दर्शाती है.
--Advertisement--