Trump's Tariff Bomb: 27 अगस्त के बाद क्या भारत में महंगे होंगे आईफोन

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News India Live, Digital Desk: Trump's Tariff Bomb: सोशल मीडिया और खबरों में इस बात को लेकर हलचल मची हुई है कि अमेरिका, भारत पर एक बड़ी ‘टैरिफ स्ट्राइक’ करने वाला है। पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के समय शुरू हुई यह कहानी अब एक अहम मोड़ पर आ गई है। कहा जा रहा है कि अगर भारत ने अमेरिकी सामानों पर लगाए अपने जवाबी टैक्स नहीं हटाए, तो 27 अगस्त के बाद अमेरिका, भारत से आने वाले कई प्रोडक्ट्स पर 50% तक का टैरिफ लगा देगा।

इस खबर के आते ही लोगों, खासकर युवाओं के मन में एक ही सवाल घूम रहा है - क्या इससे भारत में मिलने वाले आईफोन, लैपटॉप और दूसरे इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स की कीमतें आसमान छूने लगेंगी? चलिए, इस पूरी उलझन को आसान भाषा में समझते हैं।

क्या है पूरा मामला?

यह कहानी ‘जैसे को तैसा’ वाली है। डोनाल्ड ट्रंप ने अपने कार्यकाल में भारत के कुछ सामानों पर अतिरिक्त टैक्स लगाने का ऐलान किया था। इसके जवाब में भारत ने भी अमेरिका से आने वाले कई प्रोडक्ट्स, खासकर सेब, अखरोट और बादाम जैसे कृषि उत्पादों पर जवाबी टैरिफ (Retaliatory Tariffs) लगा दिया था।

अब अमेरिकी सरकार का कहना है कि अगर भारत 27 अगस्त तक ये जवाबी टैरिफ नहीं हटाता है, तो वे भी ट्रंप की घोषणा को लागू कर देंगे और भारत से अमेरिका जाने वाले सामानों पर भारी टैक्स लगाएंगे।

क्या भारत में महंगे होंगे आईफोन और लैपटॉप?

अब आते हैं सबसे बड़े सवाल पर। जवाब है - नहीं, शायद ऐसा नहीं होगा।

आइए समझते हैं क्यों:

  1. टैरिफ किस पर लगेगा? : यह टैरिफ अमेरिका द्वारा भारत से आयात किए जाने वाले सामानों पर लगेगा। यानी, जो सामान ‘मेड इन इंडिया’ हैं और अमेरिका में बेचे जाते हैं, वे वहां महंगे होंगे। इसका भारत में बिकने वाले प्रोडक्ट्स की कीमतों पर सीधा कोई असर नहीं पड़ेगा
  2. भारत में बिकने वाले आईफोन का मामला: भारत में जो आईफोन बिकते हैं, वे या तो चीन जैसे देशों से आयात होते हैं या अब काफी हद तक भारत में ही असेंबल (Made in India/Assembled in India) हो रहे हैं। इन पर इस अमेरिकी टैरिफ का कोई लेना-देना नहीं है। आईफोन की कीमत भारत सरकार की अपनी इम्पोर्ट ड्यूटी और अन्य टैक्सों पर निर्भर करती है, न कि अमेरिका द्वारा लगाए जाने वाले टैरिफ पर।

तो फिर चिंता की बात क्या है?

भले ही आपके फोन का बिल तुरंत न बढ़े, लेकिन इस ट्रेड वॉर का अप्रत्यक्ष यानी इनडायरेक्ट असर हम सब पर पड़ सकता है।

  • भारतीय कंपनियों को नुकसान: जो भारतीय कंपनियां अमेरिका को अपना माल निर्यात करती हैं (जैसे हस्तशिल्प, जेम्स-ज्वेलरी, ऑटो पार्ट्स आदि), उनके लिए अमेरिकी बाजार में टिकना मुश्किल हो जाएगा। इससे भारत के निर्यात में कमी आएगी और अर्थव्यवस्था पर असर पड़ सकता है।
  • व्यापारिक तनाव बढ़ेगा: दो बड़े लोकतांत्रिक देशों के बीच इस तरह का व्यापारिक तनाव वैश्विक अर्थव्यवस्था के लिए अच्छा संकेत नहीं है।

आगे क्या होगा?
अब सारी निगाहें 27 अगस्त की डेडलाइन पर टिकी हैं। उम्मीद यही की जा रही है कि दोनों देश बातचीत के जरिए इस मसले का कोई हल निकाल लेंगे, क्योंकि ट्रेड वॉर से किसी भी देश को langfristig फायदा नहीं होता। लेकिन तब तक, आप अपने आईफोन की कीमतों को लेकर निश्चिंत रह सकते हैं, उन पर इस अमेरिकी फैसले का कोई सीधा असर नहीं पड़ने वाला है।

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