Tortoise ring brightens your luck: शुभ फल पाने के लिए जानें इसे पहनने के सही नियम और फायदे
News India Live, Digital Desk: Tortoise ring brightens your luck: जब जीवन में आर्थिक परेशानियां आती हैं या मन में आत्मविश्वास की कमी महसूस होती है, तो हम अक्सर समाधान की तलाश में रहते हैं। ऐसे में भारतीय ज्योतिष और वास्तु शास्त्र में कुछ ऐसी सरल चीज़ों का जिक्र मिलता है, जिन्हें धारण करने से सकारात्मकता और धन लाभ हो सकता है। इन्हीं में से एक है 'कछुआ अंगूठी', जिसके बारे में माना जाता है कि यह व्यक्ति के भाग्य को बदलकर उसे समृद्ध और खुशहाल बना सकती है।
वास्तु और ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, कछुए की अंगूठी को बेहद शुभ और प्रभावशाली माना जाता है। मान्यता है कि यह न केवल व्यक्ति की आर्थिक स्थिति को सुधारती है, बल्कि उसके आत्मविश्वास को भी बढ़ाती है। कछुए को दीर्घायु, धैर्य और स्थिरता का प्रतीक माना जाता है, इसलिए इसे धारण करने वाले व्यक्ति के जीवन में स्थिरता और उन्नति आती है। कहा जाता है कि इसे पहनने से घर और व्यक्ति के आसपास मौजूद वास्तु दोष समाप्त होते हैं, जिससे जीवन में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है।
कछुआ अंगूठी धारण करने के सही नियम:
अगर आप कछुआ अंगूठी पहनने का विचार कर रहे हैं, तो इसके पूरे लाभ प्राप्त करने के लिए कुछ महत्वपूर्ण नियमों का पालन करना बहुत जरूरी है:
धातु का चयन: यह अंगूठी हमेशा चांदी में बनी होनी चाहिए। चांदी को एक शुद्ध धातु माना जाता है जो कछुए के सकारात्मक प्रभावों को बढ़ाने में मदद करती है।
कछुए का मुख: सबसे महत्वपूर्ण नियम यह है कि अंगूठी में बने कछुए का मुख पहनने वाले की ओर होना चाहिए, यानी घर के अंदर की तरफ। ऐसी मान्यता है कि कछुए का मुख बाहर की ओर होने से धन का बाहर जाना माना जाता है, जबकि भीतर की ओर मुख धन और समृद्धि को अपनी ओर आकर्षित करता है।
किस उंगली में पहनें: इसे पहनने के लिए मध्यमा (Middle finger) या अनामिका (Ring finger) सबसे उपयुक्त मानी जाती है। हालाँकि, कुछ जानकार अनामिका या छोटी उंगली को भी श्रेष्ठ मानते हैं, जबकि तर्जनी (Index finger) में इसे पहनने से बचने की सलाह दी जाती है।
किस हाथ में: इस अंगूठी को हमेशा दाहिने हाथ की उंगली में ही पहनना चाहिए, खासकर यदि आप धन आगमन और कार्यक्षेत्र में सफलता चाहते हैं।
शुद्धिकरण और सक्रियता: धारण करने से पहले इसे गंगाजल या कच्चे दूध में धोकर शुद्ध कर लें। फिर इसे मां लक्ष्मी की प्रतिमा के सामने रखकर उनकी पूजा करें और आशीर्वाद प्राप्त करें। इससे अंगूठी की ऊर्जा सक्रिय हो जाती है।
धारण करने का दिन: इसे शुक्रवार को ही धारण करना सबसे शुभ माना जाता है, क्योंकि शुक्रवार का दिन मां लक्ष्मी को समर्पित है, जो धन और वैभव की देवी हैं।
कुल मिलाकर, कछुआ अंगूठी केवल एक गहना नहीं है, बल्कि इसे एक शक्तिशाली वास्तु उपाय और सौभाग्य का प्रतीक माना जाता है। सही नियमों का पालन करके इसे धारण करने से न केवल धन-संपदा आकर्षित होती है, बल्कि व्यक्ति के जीवन में स्थिरता, सकारात्मकता और आत्मविश्वास का भी संचार होता है।
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