ITR भरने वालों, सावधान! आपकी ये 1 छोटी सी गलती घर ला सकती है इनकम टैक्स का नोटिस
ITR (इनकम टैक्स रिटर्न) भरने का काम खत्म करके अगर आप भी सुकून महसूस कर रहे हैं, तो ज़रा एक मिनट रुकिए। कहीं ऐसा न हो कि आपकी एक मामूली सी भूल आपको इनकम टैक्स डिपार्टमेंट की नज़र में ले आए और आपके घर एक "प्यार भरा" नोटिस पहुँच जाए।
आजकल इनकम टैक्स डिपार्टमेंट बहुत एडवांस हो गया है। वो आपकी हर कमाई और खर्चे पर नज़र रखता है, और इसके लिए उसके पास एक जादुई दस्तावेज़ है - AIS (एनुअल इंफॉर्मेशन स्टेटमेंट)।
ये AIS आखिर है क्या?
चलिए, इसे बिल्कुल आसान भाषा में समझते हैं। AIS सरकार के पास मौजूद आपका वो खाता-बही है, जिसमें आपके पैन कार्ड (PAN Card) से जुड़ी हर कमाई का हिसाब होता है। आपकी सैलरी, बैंक FD से मिला ब्याज, शेयर बाज़ार से हुई कमाई, प्रॉपर्टी की खरीद-बिक्री, हर छोटी-बड़ी जानकारी इसमें दर्ज होती है।
तो फिर नोटिस का डर क्यों?
दिक्कत तब शुरू होती है, जब आपके ITR में दिखाई गई कमाई और AIS में मौजूद जानकारी में फर्क (Mismatch) आ जाता है।
एक उदाहरण से समझिए:
मान लीजिए, आपके बैंक ने सरकार को बताया कि आपको इस साल FD से 10,500 रुपये का ब्याज मिला है (ये जानकारी AIS में दिखेगी)। लेकिन, ITR भरते समय आपने गलती से या भूलवश सिर्फ 10,000 रुपये का ही ब्याज दिखाया।
बस! इनकम टैक्स डिपार्टमेंट का ऑटोमेटिक सिस्टम इस 500 रुपये के फर्क को तुरंत पकड़ लेगा और आपसे सवाल पूछने के लिए एक नोटिस भेज सकता है। फर्क चाहे 100 रुपये का हो या 1 लाख का, सिस्टम के लिए वो सिर्फ एक गड़बड़ी है।
इस झंझट से कैसे बचें?
कोई रॉकेट साइंस नहीं है, बस थोड़ी सी सावधानी बरतनी है:
- ITR फाइल करने से पहले: अपना AIS और Form 26AS इनकम टैक्स पोर्टल से ज़रूर डाउनलोड करें।
- एक-एक रुपये का हिसाब मिलाएं: अपनी सैलरी स्लिप, बैंक स्टेटमेंट, और अन्य दस्तावेज़ों का AIS की जानकारी से मिलान करें।
- सबकुछ सही-सही बताएं: अपनी ITR में उतनी ही कमाई दिखाएं, जितनी AIS में दिख रही है। अगर आपको लगता है कि AIS में कोई जानकारी गलत है, तो आप ऑनलाइन ही उस पर अपनी प्रतिक्रिया (feedback) दे सकते हैं।
याद रखिए, आज के डिजिटल ज़माने में "चलता है" वाला रवैया टैक्स के मामले में बहुत भारी पड़ सकता है। थोड़ी सी सतर्कता आपको भविष्य की बड़ी परेशानी और दौड़-भाग से बचा सकती है।
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