घर में रखी ये ‘शाही’ चीजें आपको कर सकती हैं बर्बाद! कहीं आपके घर में तो नहीं?
हम सभी अपने घर को खूबसूरत बनाना चाहते हैं। दीवारों पर सुंदर पेंटिंग, कोनों में रखे आकर्षक शोपीस... ये सब घर की रौनक बढ़ाते हैं। लेकिन कई बार, घर को ‘शाही’ या ‘रॉयल’ लुक देने के चक्कर में हम अनजाने में कुछ ऐसी चीजें घर ले आते हैं, जो दिखने में तो बहुत आकर्षक लगती हैं, पर असल में हमारे घर की सुख-शांति और सकारात्मक ऊर्जा को धीरे-धीरे खत्म कर देती हैं।
हम बात कर रहे हैं जानवरों के अवशेषों से बनी सजावटी चीजों की, जैसे - टाइगर या हिरण की खाल, हाथी के दांत, हिरण के सींग या फिर मरे हुए जानवरों को सजाकर रखने की कला (टैक्सिडर्मी)।
क्यों हैं ये चीजें आपके घर के लिए ‘जहर’ समान?
1. वास्तु का विज्ञान: घर में लाती हैं ‘मौत की ऊर्जा’
वास्तु शास्त्र सिर्फ दिशाओं का खेल नहीं, बल्कि ऊर्जा का विज्ञान है। हर चीज की अपनी एक ऊर्जा होती है। सोचिए, जिस जानवर को मारकर उसकी खाल या सींग आपके घर में सजाए गए हैं, मरते वक्त उसे कितनी तकलीफ और दर्द हुआ होगा?
- ये चीजें अपने साथ उसी दर्द, भय और मृत्यु की नकारात्मक ऊर्जा लेकर आती हैं। यह ऊर्जा घर के माहौल में घुल जाती है और कलह, बीमारी और मानसिक तनाव का कारण बनती है।
- खासकर, यह घर की दक्षिण-पूर्व और दक्षिण दिशा की सकारात्मक ऊर्जा को खत्म कर देती है, जो तरक्की और खुशहाली के लिए जरूरी मानी जाती है।
2. दिल से सोचिए: क्या यह सही है?
हमारे धर्म और संस्कार हमें हमेशा ‘जीवों पर दया’ करना सिखाते हैं। किसी बेजुबान जानवर की मौत का प्रतीक घर में सजाना, एक तरह से पशु क्रूरता को बढ़ावा देना और पाप का भागी बनना है। जिस घर की सजावट किसी की पीड़ा पर टिकी हो, वहां सच्ची खुशी और शांति कैसे आ सकती है?
तो फिर घर को कैसे सजाएं? (सकारात्मक ऊर्जा के लिए)
आज बाजार में खूबसूरत और सकारात्मक ऊर्जा देने वाले सजावट के हजारों विकल्प मौजूद हैं:
- प्रकृति के सुंदर दृश्य, जैसे उगता हुआ सूरज या खिलखिलाते फूलों की पेंटिंग लगाएं।
- पारंपरिक कलाकृतियां, जैसे मधुबनी या राजस्थानी पेंटिंग्स, घर को एक सांस्कृतिक और सुंदर लुक देती हैं।
- दौड़ते हुए घोड़ों की तस्वीर तरक्की का प्रतीक मानी जाती है।
- हस्तशिल्प (Handicrafts) से बनी चीजें घर में एक अनोखी और कलात्मक ऊर्जा लाती हैं।
आखिरी बात
घर सजाने का मतलब सिर्फ उसे सुंदर दिखाना नहीं, बल्कि उसे एक ‘खुशहाल’ और ‘जीवंत’ जगह बनाना है। ऐसी जगह जहां आकर आपको शांति मिले, न कि किसी की पीड़ा का एहसास हो। इसलिए, अगली बार जब कोई सजावटी चीज खरीदें, तो उसकी सुंदरता के साथ-साथ उसकी ऊर्जा के बारे में भी जरूर सोचें।
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