प्राइवेट कर्मचारियों के लिए ये हैं 5 सबसे अच्छी सरकारी पेंशन योजनाएं, यहां मिलेगी सबसे ज्यादा पेंशन

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नौकरी के बाद हर कोई अपने रिटायरमेंट जीवन को लेकर चिंतित रहता है। कुछ लोग अभी से अपने रिटायरमेंट जीवन की योजना बना रहे हैं और अच्छे फंडों में निवेश कर रहे हैं। सरकारी कर्मचारियों को सरकार की ओर से पेंशन समेत तमाम तरह के लाभ दिए जाते हैं। लेकिन, अगर आप प्राइवेट सेक्टर में नौकरी करते हैं और रिटायरमेंट के बाद अपने जीवन को सुरक्षित करना चाहते हैं, तो आपके पास भी कई योजनाएं हैं। हम आपको सरकार की 5 ऐसी पेंशन योजनाओं के बारे में बता रहे हैं, जो आपको रिटायरमेंट के बाद आर्थिक सुरक्षा प्रदान करती हैं। साथ ही, टैक्स बचाने में भी मदद करती हैं।

 

कर्मचारी पेंशन योजना EPS

 

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प्रोविडेंट फंड यानी पीएफ नौकरीपेशा लोगों के लिए बड़ा सहारा है। पीएफ खाते से आपको पेंशन की सुविधा भी मिलती है। कर्मचारी अपने वेतन का 12% ईपीएफ में योगदान करता है। इतनी ही राशि नियोक्ता द्वारा भी दी जाती है। लेकिन, नियोक्ता के योगदान का 8.33% ईपीएस में जमा होता है। अगर आप पेंशन सुविधा का लाभ उठाना चाहते हैं तो कम से कम 10 साल तक ईपीएस में योगदान करना जरूरी है। इसका मतलब है कि आपने 10 साल नौकरी की हो और अधिकतम पेंशन योग्य सेवा 35 साल होनी चाहिए। हालांकि, वर्तमान में अधिकतम पेंशन योग्य वेतन 15 हजार रुपये ही माना जाता है। इससे पेंशन का हिस्सा अधिकतम 1250 रुपये प्रति माह हो जाता है। अगर आप निजी क्षेत्र के कर्मचारी हैं और आपके पास भी ईपीएस खाता है, तो आपको रिटायरमेंट के बाद पेंशन के रूप में एक निश्चित राशि मिलेगी।

राष्ट्रीय पेंशन प्रणाली NPS

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इस सूची में दूसरे स्थान पर राष्ट्रीय पेंशन प्रणाली है। एनपीएस भारत सरकार द्वारा 2004 में शुरू की गई एक योजना है। इसका उद्देश्य लोगों को सेवानिवृत्ति के बाद एक स्थिर और विश्वसनीय आय प्रदान करना है। यह योजना पेंशन निधि नियामक और विकास प्राधिकरण (PFRDA) द्वारा विनियमित है। शुरुआत में, यह केवल सरकारी कर्मचारियों के लिए थी, लेकिन 2009 में इसे सभी भारतीय नागरिकों के लिए खोल दिया गया। इसमें निवेशक अपनी पसंद के अनुसार इक्विटी, सरकारी बॉन्ड और कॉर्पोरेट बॉन्ड में निवेश कर सकता है। एनपीएस में निवेश करने पर आयकर अधिनियम की धारा 80CCD के तहत कर छूट प्राप्त है। 60 वर्ष की आयु के बाद, निवेशक 60% राशि निकाल सकता है, जबकि आजीवन पेंशन 40% से शुरू होती है।

अटल पेंशन योजना

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अगर आप भी ऐसी पेंशन योजना की तलाश में हैं जिसमें कम प्रीमियम देकर आप आजीवन पेंशन के हकदार बन सकें, तो अटल पेंशन योजना एक अच्छा विकल्प है। इस पेंशन योजना के तहत 60 साल की उम्र में 1000 रुपये से 5000 रुपये प्रति माह पेंशन मिलती है। यह भारत सरकार की एक पेंशन योजना है। यह योजना 18 से 40 वर्ष की आयु के उन भारतीय नागरिकों के लिए है जिनके पास बैंक खाता है। इस योजना का उद्देश्य असंगठित क्षेत्र के कामगारों को बुढ़ापे में आय का जरिया उपलब्ध कराना है। 18 से 40 वर्ष की आयु का कोई भी व्यक्ति अटल पेंशन योजना खाता खुलवा सकता है। अटल पेंशन योजना में 1 हजार रुपये से 5 हजार रुपये प्रति माह पेंशन पाने के लिए आवेदक को 42 रुपये से 210 रुपये प्रति माह निवेश करना होगा। इतना निवेश करने के लिए आपको 18 साल की उम्र में यह योजना लेनी होगी। अधिकतम योगदान 5 हजार रुपये है।

मानदेय योजना

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सरकार ने असंगठित क्षेत्र के लोगों को बुढ़ापे में आर्थिक सुरक्षा प्रदान करने के लिए प्रधानमंत्री श्रम योगी मानधन योजना शुरू की है। इस योजना के तहत सरकार 15,000 रुपये से कम आय वाले श्रमिकों को 60 वर्ष की आयु के बाद 3000 रुपये प्रति माह पेंशन प्रदान करती है। यह योजना 2019 में शुरू की गई थी। यह योजना असंगठित क्षेत्र में काम करने वाले श्रमिकों के लिए है। इसमें घरेलू कामगार, रेहड़ी-पटरी वाले, ड्राइवर, प्लंबर, दर्जी, मिड-डे मील वर्कर, रिक्शा चालक, निर्माण श्रमिक, कचरा बीनने वाले, बीड़ी बनाने वाले, हथकरघा बुनकर, कृषि श्रमिक, मोची, धोबी, चमड़ा श्रमिक शामिल हैं। इस योजना के तहत असंगठित क्षेत्र के श्रमिकों को 60 वर्ष की आयु के बाद 3000 रुपये पेंशन मिलती है। इस योजना के तहत सरकार उतना ही योगदान जोड़ती है जितना लाभार्थी हर महीने योगदान करता है। अगर आपका योगदान 100 रुपये है, तो सरकार भी उसमें 100 रुपये जोड़ेगी।

अटल बीमित व्यक्ति कल्याण योजना (ABVKY)

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अटल बीमार व्यक्ति कल्याण योजना, ईएसआईसी द्वारा संचालित एक योजना है। यह कर्मचारी राज्य बीमा अधिनियम, 1948 के अंतर्गत आने वाले बीमित व्यक्तियों को बेरोज़गारी की स्थिति में वित्तीय सहायता प्रदान करती है। इस योजना के तहत, यदि किसी कर्मचारी की नौकरी चली जाती है, तो उसे अधिकतम 3 महीने के लिए मासिक वेतन का 50% बेरोज़गारी भत्ता मिलता है। यह योजना उन बीमित व्यक्तियों के लिए है जो ईएसआई अधिनियम, 1948 के अंतर्गत आते हैं। जिन्होंने कम से कम 2 वर्षों तक बीमा योग्य रोज़गार किया हो। बेरोज़गारी से पहले के 12 महीनों में कम से कम 78 दिनों का योगदान दिया हो।

आपके लिए कौन सी योजना सर्वोत्तम है?

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पांचों पेंशन योजनाएं हर वर्ग के लिए अच्छी हैं। अटल पेंशन योजना और मानधन योजना असंगठित क्षेत्र के कर्मचारियों के लिए हैं। जबकि, एनपीएस और ईपीएस वेतनभोगी वर्ग के लिए हैं। अगर दोनों की तुलना करें तो कई मामलों में एनपीएस ज्यादा फायदेमंद साबित हो सकता है। बाजार से जुड़ा होने के कारण यह रिटायरमेंट फंड जल्दी जमा करने में मदद करता है। इसमें सालाना 2 लाख रुपये तक का टैक्स बेनिफिट मिलता है। इसमें ईपीएफ और पीपीएफ से ज्यादा रिटर्न मिलने की संभावना रहती है। यह पेंशन नियामक प्राधिकरण द्वारा संरक्षित है। अन्य निवेश विकल्पों की तुलना में इसमें शुल्क कम लगते हैं, जिससे आपको लंबे समय में ज्यादा रिटर्न मिलता है। जब आप 60 साल के हो जाते हैं, तो इसके तहत 60 फीसदी रुपये टैक्स-फ्री निकाले जा सकते हैं। जबकि, 40 फीसदी पैसा पेंशन के लिए इस्तेमाल होता है, जिससे आपको हर महीने एक निश्चित आय होती रहती है।

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