होटल के कमरे में नहीं होगी प्राइवेट जासूसी, चेक-इन के बाद ये 5 चीजें ज़रूर चेक करें, वर्ना प्राइवेसी पर हो सकता है सेंध!
गर्मियों की छुट्टियां हों या बिजनेस ट्रिप, होटल में रुकना आम बात है. लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि जिस होटल के कमरे में आप कुछ 'प्राइवेट मोमेंट्स' बिताने की सोच रहे हैं, कहीं वहीं कोई जासूसी तो नहीं कर रहा? जी हां, यह सुनने में भले ही किसी थ्रिलर फिल्म की तरह लगे, लेकिन यह हकीकत हो सकती है. होटल के कमरों में छिपे कैमरे (Hidden Cameras) या जासूसी उपकरण (Spy Devices) की खबरें लगातार सामने आती रहती हैं. इसलिए, जब भी आप होटल में चेक-इन करें, तो अपनी प्राइवेसी को सुरक्षित रखने के लिए इन 5 ज़रूरी चीज़ों की जांच ज़रूर करें:
सभी अलार्म और स्मोक डिटेक्टरों की जांच करें:
वैसे तो ये फायर सेफ्टी के लिए लगाए जाते हैं, लेकिन आजकल जासूस इन स्मोक डिटेक्टरों (Smoke Detectors) और फायर अलार्म (Fire Alarms) को भी ऑडियो या वीडियो रिकॉर्डिंग डिवाइस के रूप में इस्तेमाल कर सकते हैं. कैमरे इनमें इतने छोटे हो सकते हैं कि नजर न आएं. चेक-इन के बाद, इन डिवाइसों के आसपास ध्यान से देखें. अगर आपको किसी उपकरण का सेंसर या लाइट असामान्य लगे, तो तुरंत होटल मैनेजमेंट को सूचित करें.
डिजिटल क्लॉक, अलार्म और इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस:
बिस्तर के पास रखी डिजिटल क्लॉक, अलार्म, चार्जिंग पोर्ट, ब्लूटूथ स्पीकर या पेन जैसे सामान्य दिखने वाले इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स में भी छोटे कैमरे छिपे हो सकते हैं. इन उपकरणों की सावधानीपूर्वक जांच करें. यदि कोई गैजेट काम नहीं कर रहा हो, या उसमें कोई असामान्य लाइट जल रही हो, तो उसे एक संदिग्ध उपकरण मान सकते हैं.
छेद या दरारें तलाशें:
कैमरे अक्सर किसी छिद्र या दरार के पीछे छिपाए जाते हैं. कमरे के कोनों, दीवारों में दरारें, बिजली के स्विच, प्लग पॉइंट्स, पर्दे के पीछे, एसी वेंट (AC Vents), या किसी भी ऐसी जगह जहां कोई छेद हो, वहां बारीक नजर डालें. हो सकता है किसी कैमरे का लेंस आपको हल्का सा चमकता हुआ दिख जाए.
स्मार्ट होम डिवाइस की जांच:
अगर कमरे में Alexa, Google Home या कोई अन्य स्मार्ट डिवाइस है, तो यह आपके निजी पलों की रिकॉर्डिंग कर सकता है. अगर आप ऐसे उपकरणों के इस्तेमाल से असहज हैं, तो उन्हें बंद कर दें या प्लग से निकाल दें (अगर संभव हो).
वाई-फाई और नेटवर्क कनेक्शन जांचें:
अपने फोन या लैपटॉप पर होटल के वाई-फाई नेटवर्क की लिस्ट देखें. अगर आपको कोई असामान्य या अनजाना नेटवर्क नाम दिखे, तो सतर्क हो जाएं. इसके अलावा, ऐसे ऐप्स आते हैं जो छिपे हुए कैमरों को ढूंढने का दावा करते हैं. उन्हें इस्तेमाल करके कमरे की स्कैनिंग की जा सकती है. (लेकिन इन ऐप्स की सत्यता की पुष्टि ज़रूरी है).
अगर कुछ संदिग्ध लगे तो क्या करें?
सीधे किसी से न कहें: अगर आपको कोई संदिग्ध चीज मिले, तो तुरंत होटल के फ्रंट डेस्क पर शिकायत करें.
कमरा बदलें: अपनी प्राइवेसी सुनिश्चित करने के लिए तुरंत कमरा बदलने का अनुरोध करें.
पुलिस को सूचित करें: यदि आपको निश्चित रूप से कोई कैमरा मिलता है, तो पुलिस को इसकी सूचना देना ज़रूरी है.
अपनी यात्रा को सुरक्षित और सुखद बनाने के लिए ये छोटी-छोटी सावधानियां बरतना बहुत ज़रूरी है.
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