छत्तीसगढ़ में जंगलराज की आहट? कोरबा में बीजेपी नेता अक्षय गर्ग की दिनदहाड़े नृशंस हत्या

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News India Live, Digital Desk: छत्तीसगढ़ के शांत माने जाने वाले कोरबा (Korba) जिले से आज सुबह एक ऐसी खबर आई है, जिसने पूरे प्रदेश को सन्न कर दिया है। अभी लोग अपने काम-धंधे पर निकल ही रहे थे कि कटघोरा इलाके में गोलियों की नहीं, बल्कि धारदार हथियारों की गूंज से दहशत फैल गई।

स्थानीय भाजपा नेता और जनपद सदस्य अक्षय गर्ग (Akshay Garg) की दिनदहाड़े, बेरहमी से हत्या कर दी गई है।घटना इतनी भयानक थी कि देखने वालों की रूह कांप गई। आइये जानते हैं कि आखिर आज सुबह उस सड़क पर हुआ क्या था।

काली कार और तीन नकाबपोश

पुलिस और चश्मदीदों के मुताबिक, यह कोई साधारण लड़ाई-झगड़ा नहीं, बल्कि एक सोची-समझी साजिश लग रही है। अक्षय गर्ग, जो राजनीति के साथ-साथ एक निर्माण ठेकेदार (Contractor) भी थे, आज सुबह करीब 10 बजे कटघोरा के केशला गांव में एक सड़क निर्माण कार्य का निरीक्षण करने गए थे।

वह अपने काम में मशगूल थे कि तभी वहां एक काली रंग की कार आकर रुकी। कार से तीन लोग उतरे, जिनके चेहरे नकाब से ढके हुए थे। इससे पहले कि कोई कुछ समझ पाता, उन्होंने कुल्हाड़ी (Axe) और अन्य धारदार हथियारों से अक्षय गर्ग पर ताबड़तोड़ वार कर दिए। हमला इतना तेज़ था कि उन्हें संभलने का मौका तक नहीं मिला।

अस्पताल पहुंचने से पहले ही सब खत्म

वारदात को अंजाम देकर हमलावर अपनी कार में बैठकर फरार हो गए। आस-पास के लोग और समर्थक लहुलुहान हालत में उन्हें तुरंत नजदीकी अस्पताल लेकर भागे, लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी। डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।

वजह अब भी एक 'पहेली'

कोरबा के पुलिस अधीक्षक (SP) सिद्धार्थ तिवारी मौके पर पहुंचे और नाकाबंदी के आदेश दे दिए हैं। लेकिन सबसे बड़ा सवाल अभी भी हवा में है— आखिर क्यों?
क्या यह कोई सियासी रंजिश है? या फिर ठेकेदारी और कारोबार को लेकर कोई पुराना विवाद? पुलिस अभी किसी नतीजे पर नहीं पहुंची है, लेकिन जंगल की तरह फैली इस खबर ने समर्थकों को गुस्से से भर दिया है।

अस्पताल के बाहर भारी भीड़ जमा हो गई है और तनाव को देखते हुए पुलिस बल तैनात कर दिया गया है। छत्तीसगढ़ में किसी नेता की इस तरह सरेआम हत्या कानून व्यवस्था पर कई गंभीर सवाल खड़े करती है। अब देखना यह है कि वो 'काली कार' और 'नकाबपोश चेहरे' पुलिस की गिरफ्त में कब आते हैं।

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