The danger from mosquitoes increases in monsoon: चिकनगुनिया के ये खतरनाक लक्षण कहीं आपके घर तो नहीं तुरंत हो जाएं अलर्ट

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News India Live, Digital Desk: The danger from mosquitoes increases in monsoon: भारत में मानसून का आगमन अपने साथ हरियाली और ठंडक लेकर आता है, लेकिन इसी मौसम में मच्छरों का प्रकोप भी तेजी से बढ़ जाता है। ये मच्छर कई खतरनाक बीमारियों के वाहक होते हैं, जिनमें चिकनगुनिया एक प्रमुख खतरा है, और इसे लेकर विशेष सावधानी बरतने की सलाह दी जाती है।

यह एक वायरल संक्रमण है, जिसके शुरुआती लक्षण अक्सर सामान्य फ्लू जैसे लग सकते हैं, लेकिन इसकी पहचान कुछ विशिष्ट लक्षणों से की जा सकती है। चिकनगुनिया से संक्रमित होने पर अचानक तेज बुखार आ सकता है, और सबसे प्रमुख व कष्टदायक लक्षण होता है शरीर के जोड़ों में असहनीय दर्द। यह दर्द अक्सर कई हफ्तों से लेकर महीनों, और कुछ मामलों में तो सालों तक भी परेशान कर सकता है, जिससे दैनिक कार्य करने में भी कठिनाई होती है। अन्य लक्षणों में शरीर पर चकत्ते (रैश), मांसपेशियों में तेज दर्द, लगातार सिरदर्द, थकान और कभी-कभी मतली (जी मिचलाना) भी शामिल है। भले ही चिकनगुनिया को जानलेवा बीमारी नहीं माना जाता, लेकिन यह शरीर को बहुत कमजोर कर देता है और कई बार व्यक्ति गठिया जैसे लक्षणों से लंबे समय तक जूझता रहता है।

मानसून में हर जगह नमी और पानी का जमाव मच्छरों के पनपने के लिए अनुकूल माहौल बनाता है। इसलिए इनसे बचाव ही सबसे प्रभावी तरीका है। पूरी बाजू के कपड़े पहनें, मच्छरदानी का इस्तेमाल करें और घर के आसपास कहीं भी पानी जमा न होने दें – चाहें वो गमले हों, पुराने टायर हों या कूलर। अपने कूलर, गमले या पानी के बर्तनों को नियमित रूप से खाली करें और साफ रखें। मच्छर भगाने वाली क्रीम या लोशन का प्रयोग भी उपयोगी हो सकता है।

यदि आपको चिकनगुनिया जैसे लक्षण महसूस होते हैं, तो बिना देर किए तुरंत डॉक्टर से सलाह लें और उनका मार्गदर्शन प्राप्त करें, क्योंकि समय पर निदान और इलाज स्थिति को बिगड़ने से रोक सकता है। अपनी और अपने परिवार की सेहत को लेकर किसी भी प्रकार की लापरवाही से बचें और इस मानसूनी मौसम में सतर्क रहें।

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