डायबिटीज की चिंता छोड़िए ,शरीर को निचोड़ने वाला यह एक आसन है रामबाण इलाज

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News India Live, Digital Desk : आजकल की भागदौड़ भरी जिंदगी और गलत खान-पान ने हमें कई ऐसी बीमारियां तोहफे में दी हैं, जिनमें से एक है डायबिटीज, यानी मधुमेह। यह एक ऐसी समस्या है जो धीरे-धीरे हमारे शरीर को अंदर से खोखला कर देती है। लोग इसे कंट्रोल करने के लिए दवाइयां खाते हैं, मीठा छोड़ देते हैं और न जाने क्या-क्या करते हैं।

लेकिन क्या आप जानते हैं कि हमारी प्राचीन योग विद्या में एक ऐसा सरल सा आसन है, जो डायबिटीज को कंट्रोल करने में किसी चमत्कार से कम नहीं है?

हम बात कर रहे हैं वक्रासन (Vakrasana) की। 'वक्र' का मतलब होता है 'टेढ़ा' या 'मुड़ा हुआ'। इस आसन में हम अपने शरीर को मोड़ते या 'निचोड़ते' हैं, और यही प्रक्रिया डायबिटीज के मरीजों के लिए वरदान साबित होती है।

कैसे काम करता है वक्रासन?

डायबिटीज का सीधा संबंध हमारे शरीर में मौजूद पैंक्रियाज (अग्न्याशय) ग्रंथि से होता है। इसी ग्रंथि से इंसुलिन नामक हॉर्मोन निकलता है, जो खून में शुगर की मात्रा को कंट्रोल करता है।

जब हम वक्रासन का अभ्यास करते हैं और अपने शरीर को मोड़ते हैं, तो यह सीधे हमारे पेट के अंगों, खासकर पैंक्रियाज पर एक हल्का और सेहतमंद दबाव डालता है। इस दबाव से पैंक्रियाज सक्रिय होता है और बेहतर तरीके से काम करने लगता है, जिससे इंसुलिन बनने की प्रक्रिया में सुधार होता है। नियमित अभ्यास से यह ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल करने में बहुत मदद करता है।

सिर्फ शुगर ही नहीं, और भी हैं फायदे

  • पेट की चर्बी होगी कम: जब आप शरीर को मोड़ते हैं, तो यह पेट और कमर के हिस्से की मांसपेशियों पर काम करता है, जिससे वहां जमा जिद्दी चर्बी कम होने लगती है।
  • रीढ़ की हड्डी बनेगी लचीली: यह आसन हमारी रीढ़ की हड्डी के लिए एक बेहतरीन स्ट्रेचिंग एक्सरसाइज है। यह उसे लचीला बनाता है और पीठ दर्द में आराम देता है।
  • पाचन सुधारे: यह पेट के अंगों की मसाज करके पाचन क्रिया को भी बेहतर बनाता है, जिससे गैस और कब्ज जैसी समस्याओं से छुटकारा मिलता है।

कैसे करें यह आसन? (सबसे सरल तरीका)

  1. सबसे पहले जमीन पर आराम से बैठ जाएं और अपने दोनों पैरों को सामने की ओर सीधा फैला लें। रीढ़ की हड्डी एकदम सीधी रखें।
  2. अब अपने दाएं पैर को घुटने से मोड़ें और दाएं पैर के पंजे को बाएं पैर के घुटने के पास जमीन पर रखें।
  3. इसके बाद, अपनी कमर को दाईं ओर घुमाएं और बाएं हाथ को दाएं घुटने के ऊपर से लाते हुए दाएं पैर के पंजे को पकड़ने की कोशिश करें।
  4. अपने दाएं हाथ को कमर के पीछे जमीन पर टिका कर सहारा लें।
  5. सिर को भी दाईं ओर घुमाकर पीछे देखने का प्रयास करें। इस स्थिति में 20-30 सेकंड तक सामान्य रूप से सांस लेते रहें।
  6. अब धीरे-धीरे वापस सामान्य स्थिति में आ जाएं और यही प्रक्रिया दूसरे पैर से दोहराएं।

सावधान! ये लोग यह आसन न करें

  • जिन लोगों को हर्निया या पेट में अल्सर की गंभीर समस्या है, उन्हें यह आसन नहीं करना चाहिए।
  • गर्भवती महिलाएं भी इस आसन को करने से बचें।
  • अगर कमर या रीढ़ की हड्डी में कोई गंभीर चोट हो, तो डॉक्टर की सलाह के बिना इसे न करें।

योग को अपने जीवन का हिस्सा बनाएं और दवाइयों पर अपनी निर्भरता कम करें। वक्रासन डायबिटीज को मैनेज करने का एक प्राकृतिक और बेहद असरदार तरीका है।

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