चांदी में भारी गिरावट! रिकॉर्ड ऊंचाई से ₹25,000 सस्ती हुई, क्या यह खरीदने का सही मौका है?

Post

Silver price prediction 2026 India : चांदी के बाजार में पिछले कुछ दिनों से तूफानी तेजी देखी जा रही थी। 17 अक्टूबर को चांदी ने ऐसा रिकॉर्ड तोड़ा कि निवेशकों को चांदी ही समझकर भारी मुनाफा हुआ। लेकिन अब कहानी में एक नया मोड़ आ गया है। चांदी की कीमतों में भारी गिरावट आई है, जिसके बाद सबके मन में यही सवाल है कि आगे क्या होगा? क्या उम्मीद की किरण फीकी पड़ गई है या फिर ये तूफान से पहले की शांति है?

अभी क्या है हाल?

बुधवार को चांदी की कीमतों में भारी गिरावट दर्ज की गई। एक ही दिन में चांदी ₹4,027 प्रति किलोग्राम तक सस्ती हो गई। फिलहाल, चांदी का भाव गिरकर ₹1,46,000 प्रति किलो के आसपास आ गया है।

आपको याद दिला दें कि 17 अक्टूबर को चांदी ने ₹1,70,500 प्रति किलोग्राम का अपना ऑल-टाइम हाई रिकॉर्ड बनाया था। उस रिकॉर्ड स्तर से चांदी अब तक लगभग ₹25,000 प्रति किलोग्राम तक टूट चुकी है। ऐसा लग रहा है कि जिन निवेशकों ने तेजी में खरीदारी की थी, वे अब मुनाफा वसूल रहे हैं, जिससे बाजार में बिकवाली का दौर शुरू हो गया है।

तो क्या भविष्य में भी गिरेंगे दाम?

अगर आप भी यही सोच रहे हैं, तो एक्सपर्ट्स की राय इससे बिल्कुल अलग है। बाजार के जानकारों का मानना है कि चांदी की यह गिरावट सिर्फ कुछ समय के लिए है और इसकी असली चमक अभी बाकी है। एक विशेषज्ञ, हैनसेन के अनुसार, चांदी में यह तेजी आगे भी जारी रह सकती है और यह आने वाले समय में सोने से भी अच्छा प्रदर्शन कर सकती है।

2026 तक कहां पहुंचेगी चांदी की कीमत?

एक्सपर्ट्स का अनुमान है कि अगर अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोना 5,000 डॉलर के स्तर तक पहुंचता है, तो चांदी भी पीछे नहीं रहेगी। मौजूदा ट्रेंड्स को देखते हुए, चांदी 65 डॉलर प्रति औंस के स्तर को छू सकती है।

अगर इसे आज के डॉलर के भाव से भारतीय रुपये में बदलें, तो जनवरी 2026 तक देश में चांदी की कीमत करीब-करीब ₹1,75,000 प्रति किलोग्राम तक पहुंच सकती है। इसका मतलब है कि चांदी अपने मौजूदा स्तर से फिर एक नया रिकॉर्ड बनाने की क्षमता रखती है।

--Advertisement--