अमरूद (Amla) के फायदों से डायबिटीज को कहें अलविदा, जानें कैसे है यह अचूक उपाय

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नई दिल्ली: भारतीय पारंपरिक चिकित्सा पद्धति में आयुर्वेद का एक अहम स्थान है, और इसमें आंवले को एक सुपरफूड माना गया है। गुणों की खान आंवले का सेवन न सिर्फ हमारे शरीर को बाहरी संक्रमणों से लड़ने की शक्ति देता है, बल्कि यह डायबिटीज (मधुमेह) जैसी गंभीर बीमारियों को नियंत्रित करने में भी अत्यंत सहायक है। आइए जानते हैं आंवला कैसे डायबिटीज के मरीजों के लिए फायदेमंद है।

आंवला डायबिटीज नियंत्रण में कैसे है मददगार?

ग्लाइसेमिक इंडेक्स पर नियंत्रण: आंवले में क्रोमियम नामक तत्व पाया जाता है, जो इंसुलिन रिसेप्टर्स को अधिक सक्रिय बनाता है। इससे शरीर इंसुलिन को बेहतर ढंग से इस्तेमाल कर पाता है, जिसके परिणामस्वरूप ब्लड शुगर लेवल को नियंत्रित करने में मदद मिलती है। 

फाइबर का बेहतरीन स्रोत: आंवले में उच्च मात्रा में डाइटरी फाइबर होता है। फाइबर भोजन को पचाने की प्रक्रिया को धीमा कर देता है, जिससे ग्लूकोज धीरे-धीरे रक्तप्रवाह में अवशोषित होता है। यह ब्लड शुगर स्पाइक्स को रोकने में मदद करता है, जो डायबिटीज के मरीजों के लिए महत्वपूर्ण है।

एंटीऑक्सीडेंट्स की शक्ति: आंवले में भरपूर मात्रा में विटामिन सी और अन्य एंटीऑक्सीडेंट्स होते हैं। ये ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस को कम करते हैं, जो डायबिटीज की जटिलताओं (complications) को बढ़ाने में भूमिका निभा सकता है। एंटीऑक्सीडेंट्स शरीर की कोशिकाओं को क्षति से बचाने में मदद करते हैं। 

पाचन तंत्र को दुरुस्त करे: आंवला पाचन तंत्र को सुधारने में भी मदद करता है, जिससे भोजन का अवशोषण बेहतर होता है। एक स्वस्थ पाचन तंत्र अप्रत्यक्ष रूप से ब्लड शुगर के प्रबंधन में योगदान देता है। 

एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण: डायबिटीज अक्सर शरीर में सूजन (inflammation) से जुड़ी होती है। आंवले में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं जो शरीर की सूजन को कम करने में सहायक हो सकते हैं। 

आंवले का सेवन कैसे करें:

डायबिटीज के मरीज अपने आहार में आंवले को कई तरह से शामिल कर सकते हैं:

कच्चा आंवला: प्रतिदिन सुबह खाली पेट एक या दो कच्चे आंवले चबाकर खा सकते हैं।

आंवले का जूस: ताज़े आंवले का जूस निकालकर, बिना चीनी मिलाए, पानी में पतला करके पी सकते हैं।

आंवला पाउडर (चूर्ण): आयुर्वेद चिकित्सक की सलाह पर आंवले के पाउडर का सेवन गर्म पानी के साथ किया जा सकता है।

आंवले की चटनी या मुरब्बा: घर पर बिना अत्यधिक चीनी के मुरब्बा या चटनी बनाकर सेवन किया जा सकता है, हालांकि मात्रा का ध्यान रखना महत्वपूर्ण है।

विशेष सलाह:
किसी भी नई चीज को अपने आहार में शामिल करने से पहले, विशेषकर यदि आपको डायबिटीज जैसी कोई स्वास्थ्य समस्या है, तो हमेशा डॉक्टर या योग्य पोषण विशेषज्ञ (nutritionist) से सलाह लेना महत्वपूर्ण है। वे आपकी व्यक्तिगत स्वास्थ्य स्थिति के अनुसार सही मार्गदर्शन दे सकते हैं।


 

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