PM किसान की 20वीं किस्त जब आएगी, तब आएगी! पहले ये खुशखबरी जानिए, 60 के बाद हर महीने मिलेंगे ₹3000
क्या आप भी पीएम किसान योजना की 20वीं किस्त का इंतजार कर रहे हैं? अगर हाँ, तो चिंता मत कीजिए, पैसा तो जुलाई की शुरुआत तक खाते में आ ही जाएगा। लेकिन आज हम आपको एक ऐसी खबर देने वाले हैं, जो किसान सम्मान निधि से भी बड़ी खुशखबरी है।
सोचिए, कैसा हो अगर आपको बुढ़ापे में किसी के आगे हाथ न फैलाना पड़े और हर महीने घर बैठे ₹3000 की पक्की पेंशन मिलती रहे? जी हाँ, सरकार की पीएम किसान मानधन योजना इसी सपने को सच कर रही है।
यह योजना खास तौर पर देश के छोटे और सीमांत किसानों के लिए बनाई गई है, ताकि 60 की उम्र के बाद वे सम्मान से अपनी जिंदगी जी सकें। और सबसे कमाल की बात? अगर आप पीएम किसान सम्मान निधि के लाभार्थी हैं, तो आपको अपनी जेब से एक भी रुपया नहीं देना पड़ेगा!
आइए, समझते हैं कि यह योजना क्या है और कैसे यह आपके बुढ़ापे की लाठी बन सकती है।
क्या है यह पीएम किसान मानधन योजना?
यह किसानों के लिए एक सरकारी पेंशन स्कीम है। इसे ऐसे समझिए:
- आप अपनी जवानी में (18 से 40 साल की उम्र तक) हर महीने थोड़ी-सी रकम (सिर्फ 55 से 200 रुपये) इस योजना में जमा करते हैं।
- जितने पैसे आप जमा करते हैं, उतने ही पैसे सरकार भी आपके खाते में अपनी तरफ से डालती है। यानी आपकी बचत सीधी डबल!
- जब आप 60 साल के हो जाते हैं, तो सरकार आपको हर महीने ₹3000 (सालाना ₹36,000) की पेंशन देना शुरू कर देती है।
आपकी जेब से पैसा क्यों नहीं लगेगा?
अगर आप पीएम किसान सम्मान निधि का फायदा ले रहे हैं, तो आपको हर 4 महीने पर ₹2000 मिलते हैं। आप सरकार को बस यह अनुमति दे सकते हैं कि आपकी मानधन योजना की मासिक किस्त इसी पैसे से काट ली जाए। इस तरह आपको अलग से कोई पैसा जमा करने का झंझट ही नहीं रहेगा और बुढ़ापे की पेंशन भी पक्की हो जाएगी।
किस उम्र में कितनी किस्त देनी होगी?
सीधा सा नियम है: जितनी जल्दी जुड़ेंगे, किस्त उतनी ही कम होगी।
| आपकी उम्र | आपकी मासिक किस्त | सरकार की किस्त | खाते में कुल जमा |
| 18 साल | ₹55 | ₹55 | ₹110 |
| 25 साल | ₹80 | ₹80 | ₹160 |
| 30 साल | ₹105 | ₹105 | ₹210 |
| 40 साल | ₹200 | ₹200 | ₹400 |
कौन जुड़ सकता है इस योजना से?
- कोई भी छोटा और सीमांत किसान।
- आपकी उम्र 18 से 40 साल के बीच होनी चाहिए।
किन लोगों को इसका फायदा नहीं मिलेगा?
- जो पहले से किसी सरकारी पेंशन स्कीम (NPS, ESIC) का फायदा ले रहे हैं।
- बड़े जमींदार।
- जो सरकारी नौकरी में हैं या रह चुके हैं।
- डॉक्टर, वकील, इंजीनियर, सीए जैसे प्रोफेशनल।
- जो इनकम टैक्स भरते हैं।
कैसे जुड़ें इस योजना से? (आवेदन का तरीका)
यह बहुत ही आसान है।
- अपने नजदीकी कॉमन सर्विस सेंटर (CSC) पर जाएं।
- अपने साथ आधार कार्ड और बैंक पासबुक जरूर ले जाएं।
- CSC सेंटर वाला आपका ऑनलाइन फॉर्म भर देगा।
- बस, आपका रजिस्ट्रेशन हो जाएगा और आपको एक यूनीक पेंशन नंबर मिल जाएगा।
कुछ जरूरी सवाल और उनके जवाब
- अगर 60 साल से पहले कुछ हो गया तो?
अगर भगवान न करे, ऐसा कुछ होता है तो आपके जीवनसाथी (पति/पत्नी) को यह विकल्प मिलेगा कि वे बची हुई किस्तें जमा करके योजना को जारी रखें। अगर वे ऐसा नहीं चाहते, तो आपने जितना भी पैसा जमा किया है, वह पूरा पैसा ब्याज के साथ आपके नॉमिनी को वापस मिल जाएगा। - अगर 60 साल के बाद मृत्यु हो जाए तो?
पॉलिसीधारक की मृत्यु के बाद, उनके जीवनसाथी को आधी पेंशन यानी ₹1500 हर महीने मिलती रहेगी। - क्या फॉर्म भरने के कोई पैसे लगेंगे?
नहीं! फॉर्म भरने का ₹30 का जो मामूली शुल्क है, उसका भुगतान भी सरकार ही करती है।
यह योजना सिर्फ एक स्कीम नहीं, बल्कि आपके बुढ़ापे का सम्मान और आपकी मेहनत का इनाम है। आज की छोटी सी बचत, कल आपका सबसे बड़ा सहारा बनेगी।
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