सरकार की यह स्कीम है गरीबों का 'सुरक्षा कवच', सिर्फ ₹200 में मिलेगा 75,000 का सहारा और बच्चों की पढ़ाई का खर्चा भी!
भगवान न करे, लेकिन जिंदगी में कब कौन सी मुश्किल आ जाए, कोई नहीं जानता। खासकर हमारे उन दिहाड़ी मजदूर, फेरी वाले, मोची, बढ़ई जैसे भाई-बहनों के लिए, जिनकी कमाई रोज की मेहनत पर टिकी होती है। अगर घर के कमाने वाले सदस्य के साथ ही कोई अनहोनी हो जाए, तो पूरा परिवार बिखर जाता है।
इसी मुश्किल घड़ी में परिवार को संभालने के लिए सरकार, LIC के साथ मिलकर एक बहुत ही शानदार योजना चलाती है, जिसका नाम है - 'आम आदमी बीमा योजना'। यह योजना सिर्फ एक बीमा नहीं, बल्कि गरीब परिवार के लिए एक हिम्मत और सुरक्षा का कवच है।
क्या है यह आम आदमी बीमा योजना?
यह योजना खास तौर पर असंगठ baixos श्रमिकों और गरीबों के लिए बनाई गई है। इसका मकसद यह है कि अगर परिवार के कमाने वाले सदस्य की मृत्यु हो जाए या वह किसी हादसे में विकलांग हो जाए, तो उसके परिवार को दर-दर की ठोकरें न खानी पड़ें। इस योजना से मिले एकमुश्त पैसे से परिवार को कुछ समय के लिए संभलने का मौका मिल जाता है।
इस योजना से जुड़ने पर क्या-क्या फायदे मिलते हैं?
यह योजना 3 बड़े फायदे देती है:
- अनहोनी पर आर्थिक मदद:
- अगर सदस्य की सामान्य मृत्यु (बीमारी आदि से) हो जाती है, तो परिवार को ₹30,000 मिलते हैं।
- अगर किसी दुर्घटना में मृत्यु हो जाती है या पूरी तरह से विकलांगता (जैसे दोनों आंखें या दोनों हाथ/पैर चले जाएं) हो जाती है, तो परिवार को ₹75,000 मिलते हैं।
- अगर दुर्घटना में आंशिक विकलांगता (जैसे एक आंख या एक हाथ/पैर) होती है, तो ₹37,500 की मदद मिलती है।
- बच्चों की पढ़ाई नहीं रुकेगी (सबसे खास फायदा):
इस योजना के सदस्य के 2 बच्चों को, जो 9वीं से 12वीं कक्षा में पढ़ रहे हों, हर महीने ₹100 की स्कॉलरशिप दी जाती है। यह पैसा साल में दो बार (1 जुलाई और 1 जनवरी को) सीधा उनके खाते में भेजा जाता है, ताकि पैसों की तंगी के कारण बच्चों को स्कूल न छोड़ना पड़े। - सालाना किस्त नाम मात्र की:
इतने सारे फायदों के लिए आपको साल में सिर्फ ₹200 की किस्त देनी होती है। इसमें से भी ₹100 सरकार खुद देती है! यानी आपको अपनी जेब से सिर्फ ₹100 सालाना ही देना पड़ सकता है, और कई मामलों में तो वह भी नहीं।
कौन लोग जुड़ सकते हैं इस योजना से?
- आपकी उम्र 18 से 59 साल के बीच होनी चाहिए।
- आप अपने परिवार के मुखिया या कमाने वाले सदस्य होने चाहिए।
- आप गरीबी रेखा (BPL) के नीचे आते हों या उससे थोड़ा ही ऊपर हों।
- आप सरकार द्वारा पहचाने गए 48 कामों में से कोई एक काम करते हों, जैसे: बीड़ी मजदूर, ईंट भट्ठे पर काम करने वाले, बढ़ई, मोची, मछुआरे, रिक्शा/ऑटो चालक, सफाई कर्मचारी, निर्माण श्रमिक, आंगनवाड़ी शिक्षिका, और ऐसे ही कई अन्य मेहनतकश लोग।
कैसे करें आवेदन और दावा?
इस योजना से जुड़ने और किसी अनहोनी के बाद दावा करने की प्रक्रिया बहुत सरल है। इसके लिए एक नोडल एजेंसी (सरकार द्वारा नियुक्त संस्था) आपकी मदद करती है। मृत्यु होने पर नॉमिनी को मृत्यु प्रमाण पत्र और अन्य जरूरी कागज इस एजेंसी में जमा करने होते हैं, जिसके बाद पैसा सीधा खाते में आ जाता है।
यह योजना उन गुमनाम नायकों के लिए है जो हर दिन मेहनत करके देश को चलाते हैं। यह सिर्फ एक बीमा नहीं, बल्कि एक भरोसा है कि मुश्किल समय में सरकार और देश उनके साथ खड़ा है।
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