झारखंड वालों अब टिफिन ढोने का झंझट खतम इन 3 लंबी दूरी की ट्रेनों में मिलेगी शाही दावत

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News India Live, Digital Desk: हम और आप जब भी ट्रेन में लंबी दूरी की यात्रा प्लान करते हैं, तो सबसे बड़ा सिरदर्द 'टिकट' नहीं, बल्कि 'खाना' होता है। रास्ते में क्या खाएंगे?", "स्टेशन का खाना साफ होगा या नहीं?", या फिर “घर से 2 दिन का खाना पैक करके ले चलो”यही सब दिमाग में चलता रहता है। लेकिन अगर आप झारखंड से यात्रा करते हैं, तो रेलवे ने आपकी यह मुश्किल काफी हद तक आसान कर दी है।

रेलवे ने यात्रियों की सहूलियत को देखते हुए एक बड़ा फैसला लिया है। झारखंड से होकर गुजरने या चलने वाली तीन प्रमुख एक्सप्रेस ट्रेनों में 'पैंट्री कार' (Pantry Car) की सुविधा शुरू कर दी गई है/की जा रही है। इसका मतलब है कि अब आपको ताज़ा और गरमा-गर्म खाना आपकी बर्थ (Berth) पर ही मिल जाएगा।

टाटानगर (Jamshedpur) वालों की बल्ले-बल्ले

इस खबर से सबसे ज्यादा राहत उन लोगों को मिली है जो टाटानगर (Tatanagar) रेलवे स्टेशन से यात्रा करते हैं। खबरों के मुताबिक़, दक्षिण पूर्व रेलवे (South Eastern Railway) ने टाटानगर से चलने वाली तीन महत्वपूर्ण ट्रेनों में यह सुविधा जोड़ी है। चूंकि ये ट्रेनें बहुत लंबी दूरी तय करती हैं, इसलिए बिना पैंट्री कार के इसमें सफ़र करना किसी चुनौती से कम नहीं था।

किन ट्रेनों में मिली सुविधा?

जिन ट्रेनों में यात्रियों को अब चाय, नाश्ता और डिनर की सुविधा मिलेगी, वे काफी पॉपुलर हैं:

  1. टाटानगर-अमृतसर जलियांवाला बाग एक्सप्रेस: यह ट्रेन पंजाब जाने वाले यात्रियों की लाइफलाइन है। इतना लंबा सफ़र और अब तक इसमें खाने की ठीक व्यवस्था नहीं थी, जिसे अब ठीक कर दिया गया है।
  2. टाटानगर-एर्नाकुलम एक्सप्रेस: दक्षिण भारत जाने वालों के लिए यह एक बहुत बड़ा तोहफा है।
  3. टाटानगर-बेंगलुरु एक्सप्रेस: जो लोग आईटी सिटी या दक्षिण की तरफ जाते हैं, उनका सफ़र भी अब स्वाद से भरा होगा।

साइड बर्थ पर बैठो और आर्डर करो!

अब तक इन ट्रेनों में यात्रियों को "ई-कैटरिंग" (ऑनलाइन आर्डर) या फिर स्टेशन पर बिकने वाले वेंडर पर निर्भर रहना पड़ता था। कई बार ट्रेन लेट होने पर भूखे रहने की नौबत आ जाती थी। लेकिन अब पैंट्री कार लगने से दाल-चावल, सब्जी-रोटी, बिरयानी या सुबह की कड़क चाय सब कुछ ट्रेन के अंदर ही तैयार होगा और पेंट्री स्टाफ आपके पास आकर आर्डर लेगा।

रेलवे का यह कदम वाकई सराहनीय है। सफ़र का असली मज़ा तो खिड़की वाली सीट और हाथ में गरम चाय के प्याले के साथ ही है, और अब झारखंड के यात्रियों को यह मज़ा भरपूर मिलेगा।

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