Chhattisgarh : पावर प्लांट की चिमनी में घुटन से 4 मजदूरों की दर्दनाक मौत

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News India Live, Digital Desk: छत्तीसगढ़ के सक्ती जिले से एक ऐसी दिल दहला देने वाली खबर सामने आई है, जिसने हर सुनने वाले को झकझोर कर रख दिया है। यहां एक पावर प्लांट की 120 फीट ऊंची चिमनी के अंदर सफाई करने उतरे चार मजदूरों की दम घुटने से मौत हो गई। त्योहारों से ठीक पहले हुई इस घटना ने चार परिवारों की खुशियों को हमेशा के लिए मातम में बदल दिया है।

यह दर्दनाक हादसा सक्ती जिले के बाराद्वार थाना क्षेत्र में स्थित वंदना पावर प्लांट में हुआ। जानकारी के मुताबिक, मंगलवार की सुबह 7 मजदूर प्लांट की ऊंची चिमनी की सफाई का काम करने के लिए गए थे। इनमें से 5 मजदूर चिमनी के अंदर उतरे थे, जबकि 2 बाहर ही थे।

अंदर क्या हुआ?

चिमनी के अंदर पहले से ही राख और जहरीली गैसें भरी हुई थीं। जैसे ही मजदूर अंदर काम करने लगे, उनका दम घुटने लगा। जब काफी देर तक अंदर से कोई आवाज नहीं आई, तो बाहर खड़े मजदूरों को शक हुआ और उन्होंने शोर मचाना शुरू कर दिया।

कैसे चला रेस्क्यू ऑपरेशन?

  • हादसे की खबर मिलते ही प्लांट में हड़कंप मच गया। तुरंत पुलिस और प्रशासन को सूचना दी गई।
  • रेस्क्यू टीम मौके पर पहुंची, लेकिन चिमनी में अंदर जाना और मजदूरों को बाहर निकालना एक बहुत बड़ी चुनौती थी।
  • ऑक्सीजन सिलेंडर के साथ रेस्क्यू टीम अंदर गई, लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी।

अंदर से चार मजदूरों को मृत अवस्था में बाहर निकाला गया। एक मजदूर की हालत गंभीर थी, जिसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है। शुरुआती जांच में मौत की वजह जहरीली गैस के कारण दम घुटना ही बताई जा रही है।

सुरक्षा मानकों पर उठे सवाल

इस भीषण हादसे ने पावर प्लांट में मजदूरों की सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। सवाल यह उठ रहा है कि:

  • क्या मजदूरों को चिमनी में उतारने से पहले उसकी गैस की जांच की गई थी?
  • क्या मजदूरों को ज़रूरी सेफ्टी उपकरण, जैसे गैस मास्क और ऑक्सीजन सिलेंडर, दिए गए थे?
  • क्या वहां कोई सुरक्षा सुपरवाइजर मौजूद था?

फिलहाल, पुलिस ने चारों शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और मामले की जांच शुरू कर दी है। प्रशासन का कहना है कि जो भी इस लापरवाही का दोषी पाया जाएगा, उसके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी।

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