राहुल गांधी के ब्राजील मॉडल वाले दावे पर महिला वोटरों ने दिखाया आई-कार्ड और दिया करारा जवाब
News India Live, Digital Desk : बिहार विधानसभा चुनाव के पहले चरण के मतदान के बीच, जहां एक तरफ लोग लोकतंत्र के पर्व में बढ़-चढ़कर हिस्सा ले रहे हैं, वहीं दूसरी तरफ सियासी बयानबाजी भी चरम पर है. कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने एक सनसनीखेज आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार 'ब्राजील मॉडल' की तर्ज पर महिलाओं के नाम वोटर लिस्ट से हटा रही है ताकि उन्हें मतदान से रोका जा सके. लेकिन जब उनके इस दावे की सच्चाई जानने के लिए मतदान केंद्रों पर पहुंची महिला मतदाताओं से बात की गई, तो उन्होंने अपने वोटर आई-कार्ड दिखाकर इन आरोपों की हवा निकाल दी.
"ये देखिए, फोटो वाला कार्ड है, वोट डालकर आ रहे हैं"
पटना, मुजफ्फरपुर, सारण समेत कई जिलों में जहां आज मतदान हो रहा है, वहां सुबह से ही महिलाओं की लंबी कतारें देखने को मिलीं. जब मीडिया ने कुछ महिला मतदाताओं से राहुल गांधी के आरोपों के बारे में पूछा, तो उनका जवाब सीधा, सरल और बेहद असरदार था.
एक महिला ने अपना वोटर आई-कार्ड दिखाते हुए कहा, "कौन कहता है हमारा नाम कट गया? ये देखिए, फोटो वाला कार्ड है हमारे पास. हम तो अपना वोट डालकर आ रहे हैं. ये सब फालतू की बातें हैं."
वहीं, एक अन्य बुजुर्ग महिला मतदाता ने कहा, "हम हर साल वोट देते हैं, इस बार भी दिया है. हमारा नाम काटने की किसकी हिम्मत है? जब तक जिंदा हैं, वोट जरूर देंगे." महिलाओं के इन जवाबों में न सिर्फ आत्मविश्वास था, बल्कि राजनीतिक दावों के प्रति एक तरह की उदासीनता भी थी. उनके लिए अपना वोट डालना किसी भी बयानबाजी से ज्यादा महत्वपूर्ण था.
क्या था राहुल गांधी का 'ब्राजील मॉडल' का आरोप?
राहुल गांधी ने दावा किया था कि जिस तरह ब्राजील में एक खास तरीके से वोटरों को प्रभावित किया जाता है, उसी तरह भारत में भी एक साजिश के तहत महिलाओं को निशाना बनाया जा रहा है. उनका आरोप था कि बड़ी संख्या में महिलाओं के नाम मतदाता सूची से चुपचाप हटा दिए गए हैं ताकि वे वोट न दे सकें और मतदान का प्रतिशत प्रभावित हो सके.
जमीन पर दावे हुए हवा-हवाई
हालांकि, मतदान केंद्रों पर मौजूद महिलाओं की प्रतिक्रिया और उनकी सक्रिय भागीदारी राहुल गांधी के दावों के ठीक विपरीत तस्वीर पेश कर रही थी. महिलाओं ने न केवल अपने मताधिकार का प्रयोग किया, बल्कि इस तरह के आरोपों को "चुनावी बातें" कहकर खारिज कर दिया.
यह घटनाक्रम दिखाता है कि आज का वोटर, खासकर महिला मतदाता, कितनी जागरूक और सशक्त है. वह किसी भी राजनीतिक दल के दावों पर आंख मूंदकर भरोसा करने के बजाय, लोकतंत्र के इस सबसे बड़े उत्सव में अपनी भागीदारी को सबसे ज्यादा महत्व देती है. उनका वोट ही उनका सबसे बड़ा और सच्चा जवाब है.
--Advertisement--