अब हवा से बातें करेगा उत्तर प्रदेश! देश का हर 10 में से 6 KM एक्सप्रेसवे होगा UP में, जानिए पूरा प्लान
उत्तर प्रदेश अब सिर्फ अपनी विशाल आबादी या ऐतिहासिक धरोहरों के लिए ही नहीं, बल्कि अपनी तेज रफ्तार के लिए भी जाना जाएगा। सड़कों, खासकर एक्सप्रेसवे का ऐसा जाल बिछाया जा रहा है कि यह प्रदेश अब देश का 'एक्सप्रेस स्टेट ऑफ इंडिया' बनने की राह पर तेजी से दौड़ रहा है।
7 एक्सप्रेसवे चालू हैं, 5 बन रहे हैं और 9 को मंजूरी मिल चुकी है। कुल मिलाकर 21 एक्सप्रेसवे के साथ यूपी में 2000 किलोमीटर से भी लंबा एक्सप्रेसवे नेटवर्क तैयार हो रहा है, जो न सिर्फ शहरों को जोड़ेगा, बल्कि लाखों लोगों के लिए रोजगार और विकास के नए दरवाजे भी खोलेगा।
देश के एक्सप्रेसवे नेटवर्क का 'पावरहाउस' बनता यूपी
आंकड़े हैरान करने वाले हैं। हाल ही में गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे के चालू होने के साथ ही, देश के कुल एक्सप्रेसवे नेटवर्क का 42% हिस्सा अकेले उत्तर प्रदेश के पास आ गया है।
लेकिन कहानी यहीं खत्म नहीं होती। जैसे ही मेरठ को प्रयागराज से जोड़ने वाला 594 किलोमीटर लंबा गंगा एक्सप्रेसवे तैयार होगा, यह आंकड़ा बढ़कर 62% पर पहुंच जाएगा। इसका मतलब यह है कि भविष्य में देश में बने हर 10 किलोमीटर एक्सप्रेसवे में से 6 किलोमीटर से ज़्यादा अकेले उत्तर प्रदेश में होगा।
सिर्फ सड़कें नहीं, तरक्की की नई राहें
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में बन रहे ये एक्सप्रेसवे सिर्फ कंक्रीट की सड़कें नहीं हैं, बल्कि ये विकास की वो धमनियां हैं जो प्रदेश के कोने-कोने में तरक्की पहुंचा रही हैं।
- पूर्वांचल की बदलेगी तस्वीर: गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे सिर्फ शहरों को नहीं जोड़ रहा, बल्कि यह पूर्वांचल की सामाजिक और आर्थिक तस्वीर बदलने की गारंटी है।
- बुंदेलखंड से तराई तक: पहले जिन इलाकों को पिछड़ा माना जाता था, जैसे बुंदेलखंड, पूर्वांचल और तराई, आज वही एक्सप्रेसवे के जरिए सीधे देश की आर्थिक राजधानी से जुड़ रहे हैं।
- किसानों और उद्योगों को फायदा: एक्सप्रेसवे के बनने से किसानों को अपनी फसल मंडियों तक पहुंचाने में आसानी होगी, तो वहीं नए औद्योगिक गलियारे भी विकसित हो रहे हैं, जिससे रोजगार के मौके बढ़ रहे हैं।
यूपी के चालू 7 एक्सप्रेसवे, जिनकी रफ्तार पर है प्रदेश:
उत्तर प्रदेश देश का इकलौता राज्य है जहां इतने एक्सप्रेसवे पहले से ही चालू हैं:
- पूर्वांचल एक्सप्रेसवे: 341 किलोमीटर
- बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे: 296 किलोमीटर
- आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे: 302 किलोमीटर
- यमुना एक्सप्रेसवे: 165 किलोमीटर
- दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे: 96 किलोमीटर
- नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे: 25 किलोमीटर
- गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे: 91 किलोमीटर
यह सफर अब रुकने वाला नहीं है। उत्तर प्रदेश बाकी राज्यों के लिए एक मिसाल कायम कर रहा है, और ये एक्सप्रेसवे उम्मीदों, सपनों और नए अवसरों की वो चमकती सड़कें हैं, जो यूपी को सही मायने में 'एक्सप्रेस स्टेट ऑफ इंडिया' बना रही हैं।
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