झारखंड के किसानों की बल्ले बल्ले अब बैंक जाने का झंझट खत्म, घर बैठे मोबाइल से मिलेगा लोन

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News India Live, Digital Desk: खेती-किसानी में सबसे बड़ी मुसीबत क्या होती है? मौसम की मार तो है ही, लेकिन उससे भी बड़ी मुसीबत होती है वक्त पर पैसा न मिलना। जब खाद-बीज खरीदने का समय होता है, तब किसान बैंकों के चक्कर काटता रहता है, फाइलों पर साइन करता है और कई बार तो बिचौलियों (दलालों) का शिकार भी हो जाता है।

लेकिन अगर आप झारखंड से हैं, तो खुश हो जाइए! आपकी यह परेशानी अब बीते कल की बात होने वाली है।

सरकार लाई है 'E-KCC' का आसान रास्ता

झारखंड सरकार ने किसानों के दर्द को समझते हुए एक बहुत ही शानदार कदम उठाया है। अब KCC (किसान क्रेडिट कार्ड) का लोन लेने के लिए आपको बैंक मैनेजर के सामने घंटों इंतज़ार नहीं करना होगा। सरकार ने 'ई-केसीसी पोर्टल' (E-KCC Portal) की शुरुआत की है।

इसका सीधा सा मतलब है—लोन अब ऑनलाइन मिलेगा। आप अपने घर की खाट पर बैठकर या खेत की मेड़ पर खड़े होकर अपने मोबाइल या कंप्यूटर से लोन के लिए अर्जी दे सकते हैं।

बिचौलियों की अब नो-एंट्री

इस नए सिस्टम की सबसे अच्छी बात यह है कि इसमें 'लेन-देन' और सिफारिश का खेल खत्म हो जाएगा।

  1. समय बचेगा: पहले लोन पास होने में हफ्तों लग जाते थे, अब यह काम फटाफट होगा।
  2. ट्रांसपेरेंसी (पारदर्शिता): आपका पैसा सीधे आपके खाते में आएगा, कोई तीसरा बीच में कमीशन नहीं खा सकेगा।
  3. भागदौड़ नहीं: गाँव से शहर जाकर बैंक की लाइन में लगने का झंझट पूरी तरह खत्म।

तकनीक का असली फायदा

अक्सर हम सुनते थे कि 'डिजिटल इंडिया' का शोर है, लेकिन गाँव वालों को क्या मिला? यह पोर्टल उस सवाल का जवाब है। सरकार का मकसद साफ है कि किसान को खेती के टाइम पर पैसा मिले, न कि सीजन बीत जाने के बाद।

अगर आप भी खेती के लिए पैसों की तंगी से जूझते हैं, तो देर मत कीजिये। अपने नजदीकी प्रज्ञा केंद्र या खुद मोबाइल से ई-केसीसी पोर्टल पर जाकर देखिए। यह आपकी खेती और आपकी आज़ादी, दोनों के लिए एक नई शुरुआत है।

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