नई उमंग और अटूट विश्वास साल 2026 में कब है बैसाखी और प्रकाश पर्व? नोट कर लें ये ख़ास तारीखें

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News India Live, Digital Desk : साल 2025 अब विदाई की ओर बढ़ रहा है और हम में से बहुत से लोगों ने अगले साल, यानी 2026 की तैयारियां अभी से शुरू कर दी हैं। जब भी नए साल का कैलेंडर सामने आता है, तो हमारी नज़रें सबसे पहले अपने त्योहारों पर टिकती हैं। सिख समुदाय के लिए त्योहारों का मतलब सिर्फ जश्न नहीं, बल्कि अपनी जड़ों, गुरुओं की शिक्षाओं और सेवा के भाव से दोबारा जुड़ना होता है।

चाहे गुरुद्वारों की रौनक हो, लंगर की महक हो या कीर्तन की मिठास, 2026 में भी कई ऐसे मौके आएंगे जब पूरा परिवार और संगत साथ मिलकर खुशियां मनाएगी।

शुरुआत होगी लोहड़ी और प्रकाश पर्व से
साल की शुरुआत हमेशा की तरह बड़े ही जोश के साथ होगी। जनवरी का महीना कड़ाके की ठंड लेकर आता है, लेकिन लोहड़ी की आग और 'सुंदर मुंदरिये' के गीत दिलों में गर्माहट भर देते हैं। इसी के आसपास हम दसवें गुरु, गुरु गोबिंद सिंह जी का प्रकाश पर्व भी मनाते हैं। 2026 में यह मौका बेहद खास होगा, जब नगर कीर्तन और सेवा की खुशबू हर गली-मोहल्ले में बिखरेगी।

बैसाखी और होला मोहल्ला का जज़्बा
मार्च-अप्रैल का समय आते-आते सिखी का जज़्बा और बढ़ जाता है। होली के ठीक बाद आनंदपुर साहिब में 'होला मोहल्ला' का रंग देखने लायक होता है। यह सिर्फ त्यौहार नहीं, बल्कि सिखों की वीरता और मार्शल आर्ट का प्रदर्शन है। वहीं अप्रैल के मध्य में 'बैसाखी' का दिन आता है—खालसा पंथ का स्थापना दिवस। 2026 की बैसाखी के लिए भी संगत में अभी से उत्साह दिखने लगा है।

यादों और शहादत का नमन
सिख कैलेंडर में कुछ दिन ऐसे भी होते हैं जब हम अपने सिर श्रद्धा से झुकाते हैं। शहीदी दिवस हमें उन महान बलिदानों की याद दिलाते हैं, जिनकी वजह से आज हम गर्व से जी रहे हैं। साल 2026 में भी जून और दिसंबर के महीने उन गुरुओं और साहिबजादों को समर्पित होंगे, जिन्होंने सच और धर्म के लिए अपनी जान न्योछावर कर दी।

क्यों ज़रूरी है कैलेंडर को अभी से जानना?
बहुत से लोग जो अपने काम के सिलसिले में घरों से दूर रहते हैं या विदेशों में हैं, वे इन तारीखों को देखकर अपनी छुट्टियां और घर जाने की प्लानिंग करते हैं। ताकि साल के इन बड़े मौकों पर वे अपनों के साथ गुरुद्वारे में मत्था टेक सकें और लंगर की सेवा का आनंद ले सकें।

सिख त्यौहार हमें जोड़ते हैं जात-पांत से ऊपर उठकर मानवता का हाथ थामने की सीख देते हैं। तो आप भी अपने कैलेंडर पर ये तारीखें मार्क कर लीजिए और आने वाले साल 2026 को प्यार, सेवा और श्रद्धा के साथ बिताने का संकल्प लें।

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