Mutual Fund: सिर्फ बड़े नहीं, रिटर्न के भी 'बॉस' हैं ये 5 फंड! पैसा 7 गुना तक बढ़ा, क्या आपके पोर्टफोलियो में हैं ये धुरंधर?
म्यूचुअल फंड में निवेश करने वाला हर निवेशक अक्सर एक दुविधा में रहता है - "क्या मुझे किसी बड़े और स्थापित (Established) फंड में पैसा लगाना चाहिए, जहां सुरक्षा ज़्यादा हो, या किसी छोटे और नए फंड में जो शायद ज़्यादा तेज़ी से रिटर्न दे सके?" आम धारणा यही है कि जो फंड बहुत बड़ा हो जाता है, उसका आकार (AUM) ही उसकी सबसे बड़ी मजबूरी बन जाता है और वह तेज़ रफ़्तार से नहीं दौड़ सकता।
लेकिन क्या हो अगर हम आपसे कहें कि भारतीय म्यूचुअल फंड इंडस्ट्री के 5 सबसे बड़े 'बाहुबली', यानी AUM (Assets Under Management) के हिसाब से सबसे विशाल इक्विटी फंड्स, सिर्फ आकार में ही बड़े नहीं हैं, बल्कि वे रिटर्न देने के मामले में भी असली 'चैंपियन' साबित हुए हैं? इन फंड्स ने न केवल दशकों तक निवेशकों का भरोसा जीता ਹੈ, बल्कि उनकी छोटी-छोटी बचत को 7 गुना तक बढ़ाकर एक विशाल संपत्ति में भी तब्दील किया ਹੈ।
ये वो फंड्स हैं जिन्होंने साबित कर दिया है कि 'हाथी' भी रेस जीत सकता है। तो चलिए, मिलते हैं भारतीय म्यूचुअल फंड की दुनिया के उन 5 धुरंधरों से, और जानते हैं कि उन्होंने कैसे यह कमाल कर दिखाया।
सबसे पहले समझें: AUM (Assets Under Management) क्या होता ਹੈ?
AUM का मतलब ਹੈ "प्रबंधन के तहत संपत्ति"। यह किसी भी म्यूचुअल फंड स्कीम में निवेशकों द्वारा लगाया गया कुल पैसा होता है। जिस फंड का AUM जितना ज़्यादा होता है, वह उतना ही बड़ा और लोकप्रिय माना जाता है। ज़्यादा AUM इस बात का संकेत होता है उस फंड पर बहुत सारे निवेशकों का भरोसा है।
भारत के 5 सबसे बड़े इक्विटी म्यूचुअल फंड और उनका दमदार प्रदर्शन
(Disclaimer: यह सूची फंड्स के आकार के आधार पर है और समय-समय पर बदल सकती है। यह किसी भी प्रकार की निवेश सलाह नहीं है।)
1. एचडीएफसी मिड-कैप अपॉर्चुनिटीज फंड (HDFC Mid-Cap Opportunities Fund)
- AUM का आकार: यह भारत के सबसे बड़े मिड-कैप फंड्स में से एक है, जो इसकी लोकप्रियता और भरोसे को दर्शाता है।
- निवेश की रणनीति: जैसा कि नाम से पता चलता है यह फंड मुख्य रूप से मध्यम आकार की (Mid-Cap) कंपनियों में निवेश करता है, जिनमें भविष्य में बड़ी कंपनी बनने की अपार क्षमता होती है।
- रिटर्न का प्रदर्शन: इस फंड ने लंबी अवधि में अपने निवेशकों को शानदार रिटर्न दिया ਹੈ। अगर किसी ने 10 साल पहले इस फंड में ₹1 लाख का एकमुश्त निवेश किया होता, तो आज उसकी कीमत ₹7 लाख से ज़्यादा होती, यानी आपका पैसा 7 गुना से भी ज़्यादा बढ़ गया होता।
2. एसबीआई मैग्नम मिडकैप फंड (SBI Magnum Midcap Fund)
- AUM का आकार: देश के सबसे बड़े बैंक SBI का यह मिडकैप फंड भी AUM के मामले में एक दिग्गज ਹੈ।
- निवेश की रणनीति: यह फंड भी चुनिंदा मिड-कैप स्टॉक्स में निवेश करके लंबी अवधि में मजबूत ग्रोथ हासिल करने पर ध्यान केंद्रित करता है।
- रिटर्न का प्रदर्शन: प्रदर्शन के मामले में यह फंड किसी से पीछे नहीं है। पिछले 10 वर्षों में इसने लगातार अच्छा प्रदर्शन किया है और इसने भी निवेशकों की संपत्ति को कई गुना बढ़ाया है। 10 साल पहले शुरू की गई ₹10,000 की मासिक SIP आज एक बहुत बड़ी रकम बन चुकी है।
3. आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल ब्लूचिप फंड (ICICI Prudential Bluechip Fund)
- AUM का आकार: यह भारत के सबसे बड़े लार्ज-कैप (Large-Cap) फंड्स में से एक है।
- निवेश की रणनीति: 'ब्लूचिप' का मतलब है भारत की सबसे बड़ी, सबसे पुरानी और सबसे भरोसेमंद कंपनियां। यह फंड मुख्य रूप से इन्हीं टॉप 100 कंपनियों में पैसा लगाता है, जिससे यह एक स्थिर और सुरक्षित निवेश विकल्प बन जाता है।
- रिटर्न का प्रदर्शन: सुरक्षा और स्थिरता के बावजूद, इस फंड ने रिटर्न देने में कोई कोताही नहीं की ਹੈ। इसने लंबी अवधि में FD और अन्य पारंपरिक निवेश विकल्पों को बड़े अंतर से मात दी है और अपने बेंचमार्क से लगातार बेहतर प्रदर्शन किया है।
4. एसबीआई कॉन्ट्रा फंड (SBI Contra Fund)
- AUM का आकार: यह एक और विशाल फंड ਹੈ जो अपनी अनूठी निवेश शैली के लिए जाना जाता ਹੈ।
- निवेश की रणनीति: 'कॉन्ट्रा' या 'कॉन्ट्रेरियन' इन्वेस्टिंग का मतलब है भीड़ के विपरीत चलना। यह फंड उन कंपनियों के शेयरों में निवेश करता है जो किसी अस्थायी कारण से बाजार में अच्छा प्रदर्शन नहीं कर रही हैं, लेकिन उनके फंडामेंटल्स मजबूत हैं। जब ये कंपनियां वापस पटरी पर लौटती हैं, तो यह फंड जबरदस्त मुनाफा कमाता है।
- रिटर्न का प्रदर्शन: इस अनूठी रणनीति ने लंबी अवधि में कमाल का काम किया है। पिछले एक दशक में इस फंड ने अपने निवेशकों को बेहतरीन रिटर्न दिया है, जो यह साबित करता ਹੈ कि बाजार के ट्रेंड के खिलाफ जाकर भी पैसा बनाया जा सकता ਹੈ।
5. एचडीएफसी फ्लेक्सी कैप फंड (HDFC Flexi Cap Fund)
- AUM का आकार: यह भारत के सबसे पुराने और सबसे बड़े इक्विटी फंड्स में से एक है, जिसे पहले HDFC इक्विटी फंड के नाम से जाना जाता था।
- निवेश की रणनीति: 'फ्लेक्सी कैप' का मतलब है कि फंड मैनेजर के पास यह आजादी होती ਹੈ कि वह बाजार के माहौल के हिसाब से अपना पैसा किसी भी आकार की कंपनियों - लार्ज-कैप, मिड-कैप, या स्मॉल-कैप - में लगा सकता है।
- रिटर्न का प्रदर्शन: अपनी शुरुआत से ही यह फंड निवेशकों के लिए एक 'वेल्थ क्रिएटर' (धन निर्माता) रहा है। इसने कई बाजार चक्रों (Market Cycles) को सफलतापूर्वक पार किया है और लगातार निवेशकों के लिए संपत्ति बनाई है।
निवेशकों के लिए सबक
इन फंड्स की सफलता की कहानी हमें कुछ महत्वपूर्ण सबक सिखाती है:
- बड़ा हमेशा 'सुस्त' नहीं होता: एक बड़ा और अच्छी तरह से प्रबंधित फंड भी शानदार रिटर्न दे सकता है।
- लंबी अवधि का कोई विकल्प नहीं: इन सभी फंड्स ने उन निवेशकों के लिए सबसे ज़्यादा पैसा बनाया है जो धैर्य के साथ लंबी अवधि (10 साल या अधिक) के लिए निवेशित रहे।
- SIP की शक्ति: नियमित रूप से SIP के माध्यम से निवेश करने से आपको बाजार के उतार-चढ़ाव का औसत लाभ मिलता हैऔर आप अनुशासित तरीके से एक बड़ा फंड बना सकते है।
(अस्वीकरण: म्यूचुअल फंड में निवेश बाजार के जोखिमों के अधीन ਹੈ। यह लेख केवल सूचनात्मक उद्देश्य के लिए ਹੈ। किसी भी फंड का पिछला प्रदर्शन भविष्य के रिटर्न की गारंटी नहीं देता है। कृपया निवेश से पहले किसी प्रमाणित वित्तीय सलाहकार से परामर्श करें।)
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