Monsoon Gardening: मॉनसून में पौधों पर लगा फंगस ये 5 जादुई देसी नुस्खे घर में बनायें, तुरंत हो जाएंगे हरे भरे
News India Live, Digital Desk: मॉनसून का मौसम हरियाली के लिए किसी वरदान से कम नहीं है. इस सीज़न में पेड़-पौधे खूब खिलते हैं, फूलों और पत्तियों में एक नई जान आ जाती है, लेकिन जहाँ इसके फायदे हैं, वहीं कुछ नुकसान भी हैं. बारिश की ठंडक के साथ पौधों पर फंगस, सफेद कीट (white fly), पत्ते खाने वाले कीड़े (leaf eaters) और कई तरह के फफूंद (fungus) जैसे कीटों का खतरा बढ़ जाता है. नमी और लगातार बारिश की वजह से पौधे जल्दी संक्रमित हो जाते हैं, जिससे उनकी ग्रोथ रुक जाती है और पत्तियों को भी काफी नुकसान पहुँचता है. ऐसे में ज़रूरत है कुछ ऐसे आसान, सस्ते और स्वदेशी उपायों की, जो आपके बगीचे को बिना किसी केमिकल के, पूरी तरह कीट-मुक्त और हरा-भरा बनाए रखें. बार-बार केमिकल वाले स्प्रे का उपयोग करना न तो पौधों के लिए सही है और न ही पर्यावरण के लिए. इन जहरीले रसायनों से न केवल आपके पौधे कमजोर होते हैं, बल्कि मिट्टी की उर्वरता (soil fertility) पर भी नकारात्मक असर पड़ता है. ऐसी स्थिति में, कीड़ों को दूर भगाने के लिए देशी और प्राकृतिक (natural remedies) तरीके सबसे ज़्यादा प्रभावी होते हैं, क्योंकि ये न तो ज़हरीले होते हैं और न ही पर्यावरण को नुकसान पहुंचाते हैं. आइए जानते हैं मॉनसून गार्डनिंग के कुछ ऐसे ही अनमोल देसी नुस्खों के बारे में!
1. हल्दी और छाछ का जादुई घोल: फंगस और कीटों का दुश्मन!
अगर आपके बगीचे के पौधों में कीड़े लग गए हैं या पत्तियों पर फंगस ने अपना डेरा जमा लिया है, तो हल्दी और छाछ का ये घरेलू नुस्खा उनसे छुटकारा पाने का सबसे बेहतरीन उपाय है. इसके लिए, 2 चम्मच हल्दी को 1 लीटर छाछ (butter milk) में अच्छी तरह मिलाकर एक स्प्रे तैयार करें. इस घोल को पौधों पर स्प्रे करें. हल्दी और छाछ का यह मिश्रण एंटी-फंगल और एंटी-बैक्टीरियल गुणों से भरपूर होता है, जो बारिश में पत्तियों को सड़ने से बचाता है और साथ ही कीटों को भी दूर भगाता है. यह पौधों को मॉनसून फंगस से बचाता है.
2. नीम है प्रकृति का सबसे शक्तिशाली कीटनाशक
बरसात के मौसम में पौधों पर हमला करने वाले कीटों को भगाने में नीम (Neem) बेहद प्रभावी है. नीम एक उत्कृष्ट प्राकृतिक कीटनाशक (natural insecticide) है. नीम की पत्तियों को पानी में उबालकर ठंडा कर लें और उस पानी को छानकर स्प्रे बोतल में भर लें. इस नीम के पानी के स्प्रे को सप्ताह में दो से तीन बार पौधों पर करें. इससे सफेद मक्खी, एफिड्स (aphids) और फंगस जैसे कीट पौधों को नुकसान नहीं पहुंचा पाएंगे. यह जैविक कीट नियंत्रण का एक बेहतरीन तरीका है.
3. सरसों पाउडर: जड़ के कीड़ों को भगाने का अचूक उपाय
मिट्टी में सरसों पाउडर (Mustard powder for plants) मिलाने से जड़ों पर हमला करने वाले कीड़े दूर भाग जाते हैं. यह उपाय विशेष रूप से गमले वाले पौधों (potted plants) और सब्जी के पौधों (vegetable plants) के लिए बेहद प्रभावी है. सरसों पाउडर न केवल कीटों को दूर रखता है, बल्कि पौधों के बेहतर विकास में भी सहायक होता है. यह जैविक खाद (organic fertilizer) का भी काम करता है.
4. लहसुन और मिर्च का तीखा घोल: तुरंत भगाए कीटों को!
पौधों में लगे कीटों से छुटकारा पाने के लिए लहसुन और हरी मिर्च (Garlic and chilli spray for plants) का यह घोल बेहद कारगर है. 10 लहसुन की कलियों और 2 हरी मिर्च को पीसकर 1 लीटर पानी में अच्छी तरह मिला लें. इस घोल को ढककर एक दिन के लिए रख दें, फिर इसे छानकर एक स्प्रे बोतल में भर लें. इस देशी तरीके से पौधों पर छिड़काव करने से कीटों से तुरंत छुटकारा मिलता है. यह कीड़ों को दोबारा पौधों के करीब आने से रोकता है.
5. राख (Ash): कीटों को भगाए और पोषण भी दे!
लकड़ी की राख या कंडे की राख (cow dung cake ash) भी पौधों से कीटों को दूर भगाती है. राख में मौजूद खनिज (minerals in ash) पौधों को पोषण (plant nutrition) प्रदान करते हैं और साथ ही कीटों को भी दूर भगाते हैं. आप इस राख को हर 10-15 दिनों में पौधों की मिट्टी में डाल सकते हैं. यह एक सस्ता और पर्यावरण-अनुकूल तरीका है. यह मिट्टी की गुणवत्ता में भी सुधार करता है. इन मॉनसून गार्डनिंग टिप्स (monsoon gardening tips) को अपनाकर आप अपने घर के बगीचे को प्राकृतिक रूप से स्वस्थ और कीट-मुक्त रख सकते हैं, जिससे आपके पौधे हमेशा हरे-भरे और सुंदर दिखेंगे.
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