Maharashtra politics heats up in monsoon session: नाम बदल कर कब तक जनता को बेवकूफ बनाएंगे कांग्रेस का सरकार पर वार

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News India Live, Digital Desk: Maharashtra politics heats up in monsoon session:  महाराष्ट्र विधानसभा के मानसून सत्र में विपक्षी दलों ने एक बार फिर सरकार को घेरा है, और इस बार मुद्दा 'नाम बदलने' से जुड़ा है। मामला तब गरमाया जब राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरद गुट) के विधायक जयंत पाटिल ने, उप मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस द्वारा महाराष्ट्र के सांगली जिले में स्थित इस्लामपुर के नाम को 'ईश्वरपुर' में बदलने संबंधी हालिया बयान पर, राज्य सरकार पर करारा हमला बोला। पाटिल ने बेहद तीखे लहजे में सवाल किया कि "कब तक लोगों को नामों में बदलाव करके बेवकूफ बनाया जाएगा?"

जयंत पाटिल ने सरकार की मंशा पर सवाल उठाते हुए कहा कि देवेंद्र फडणवीस ने अपने भाषण में सिर्फ इस्लामपुर शहर का नाम बदलकर 'ईश्वरपुर' करने की बात की है, लेकिन यह पर्याप्त नहीं है। उन्होंने व्यंग्यात्मक ढंग से पूछा कि अगर उन्हें नाम ही बदलने हैं तो पहले उन इलाकों को क्यों नहीं बदलते, जहाँ से नफरत फैलाने वाले लोग आते हैं। उनका सीधा इशारा था कि सरकार केवल प्रतीकात्मक कदम उठा रही है, जबकि जमीनी मुद्दों पर ध्यान नहीं दे रही।

दरअसल, देवेंद्र फडणवीस ने हाल ही में अपने गृह क्षेत्र नागपुर में एक सभा के दौरान कहा था कि उन्होंने "लोगों से पूछा है कि क्या उन्हें इस्लामपुर का नाम ईश्वरपुर चाहिए और जैसे ही औपचारिक प्रस्ताव आएगा, सरकार इसे निश्चित रूप से स्वीकार कर लेगी।" फडणवीस का यह बयान तब आया था जब हिंदू संगठनों द्वारा शहर का नाम बदलने की लंबे समय से मांग की जा रही थी। अब इस पर सदन में तीखी बहस छिड़ गई है, जो दिखाता है कि महाराष्ट्र में नाम बदलने की राजनीति किस तरह राजनीतिक घमासान का केंद्र बन गई है और विपक्ष इस मुद्दे पर सरकार को बख्शने के मूड में नहीं है।

 

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