Maharashtra Politics : देवेंद्र फड़नवीस का सुलह भरा बयान हम ठाकरे पवार के वैचारिक विरोधी हैं शत्रु नहीं

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News India Live, Digital Desk: Maharashtra Politics : महाराष्ट्र की जटिल और अक्सर गर्मागर्म राजनीति में, उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस ने एक महत्वपूर्ण बयान देते हुए अपने प्रमुख राजनीतिक विरोधियों उद्धव ठाकरे और शरद पवार को लेकर अपनी स्थिति स्पष्ट की है। फड़नवीस ने दृढ़ता से कहा है कि भारतीय जनता पार्टी भाजपा के नेता के रूप में वे उद्धव ठाकरे और शरद पवार के "वैचारिक विरोधी" हैं, न कि "शत्रु"। यह बयान उस राजनीतिक कटुता को कम करने के प्रयासों के रूप में देखा जा रहा है जो राज्य की सियासत में पिछले कुछ समय से देखी जा रही है।

देवेंद्र फड़नवीस का यह वक्तव्य ऐसे समय में आया है जब महाराष्ट्र में शिवसेना और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) दोनों ही दलों में बड़ी दरारें पड़ चुकी हैं, और भारतीय जनता पार्टी इन बदले हुए राजनीतिक समीकरणों का केंद्रीय हिस्सा बन चुकी है। आगामी विधानसभा और लोकसभा चुनावों के मद्देनजर, राज्य में राजनीतिक बयानबाजी अपने चरम पर है। फड़नवीस के इस बयान का उद्देश्य संभवतः यह दर्शाना है कि राजनीतिक लड़ाई विचारधाराओं और सिद्धांतों की होनी चाहिए, न कि व्यक्तिगत दुर्भावना या दुश्मनी की।

फड़नवीस ने कई बार इस बात पर जोर दिया है कि उनकी राजनीति मूल्यों और दृष्टिकोणों पर आधारित है। उनके अनुसार, राजनीतिक प्रतिद्वंद्वियों के बीच नीतिगत मतभेद होना स्वाभाविक है, लेकिन इन मतभेदों को कभी भी व्यक्तिगत शत्रुता में नहीं बदलना चाहिए। उनका यह रुख यह इंगित करता है कि चाहे कितने भी कड़े राजनीतिक संघर्ष चल रहे हों, लोकतंत्र में न्यूनतम स्तर पर आपसी सम्मान और स्वस्थ प्रतिस्पर्धा बनी रहनी चाहिए।

यह बयान महाराष्ट्र की राजनीतिक मर्यादा और संवाद की प्रकृति पर भी रोशनी डालता है। इसका लक्ष्य तनाव भरे राजनीतिक माहौल में कुछ शांति स्थापित करना हो सकता है, जहां आरोप-प्रत्यारोप का स्तर अक्सर निजी हमलों तक पहुँच जाता है। फड़नवीस के शब्दों का यह संदेश है कि सत्ता की राजनीति के दौरान भी प्रतिद्वंद्विता को सम्मानजनक ढंग से चलाया जाना चाहिए, और मतभेद होने पर भी व्यक्तिगत रिश्ते को कड़वाहट की भेंट नहीं चढ़ाना चाहिए।

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