Kashi Vyapar Mandal : क्यों वाराणसी में जलाए जा रहे हैं डोनाल्ड ट्रंप के पोस्टर? वजह जानकर आपको भी गुस्सा आएगा

Post

News India Live, Digital Desk: Kashi Vyapar Mandal :  प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में आज माहौल गर्म हो गया. यहां के व्यापारियों ने अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के खिलाफ मोर्चा खोल दिया और गुस्से में उनके पोस्टर जलाए. व्यापारियों का यह आक्रोश अमेरिका द्वारा भारतीय सामानों पर लगाए गए भारी-भरकम टैरिफ (आयात शुल्क) को लेकर है, जिसकी वजह से बनारस के विश्व प्रसिद्ध रेशम और कालीन उद्योग पर संकट के बादल मंडराने लगे हैं.

"यह तो हमारी रोजी-रोटी पर हमला है

यह विरोध प्रदर्शन वाराणसी के प्रमुख व्यापारी संगठन 'काशी व्यापार मंडल' के नेतृत्व में किया गया. लहुराबीर चौराहे पर इकट्ठा हुए दर्जनों व्यापारियों ने डोनाल्ड ट्रंप के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और उनके पोस्टर में आग लगा दी.

प्रदर्शन कर रहे व्यापारियों का कहना था कि अमेरिका द्वारा भारतीय सामानों पर जो भारी टैरिफ लगाया गया है, वह सीधे तौर पर बनारस की अर्थव्यवस्था पर हमला है. उन्होंने कहा, "यहां की बनारसी साड़ियां और कालीन पूरी दुनिया में मशहूर हैं, खासकर अमेरिका में इनकी बहुत मांग है. इस फैसले से हमारी चीजें महंगी हो जाएंगी और हमारे ऑर्डर कैंसिल हो रहे हैं. यह हमारी रोजी-रोटी छीनने जैसा है."

क्यों गुस्से में हैं बनारस के व्यापारी?

दरअसल, अमेरिका ने भारत से आने वाले कई उत्पादों पर आयात शुल्क बढ़ा दिया है. इसका सीधा असर उन उद्योगों पर पड़ रहा है जो अपना माल अमेरिका भेजते हैं. वाराणसी सिल्क और हस्तनिर्मित कालीनों का एक बहुत बड़ा केंद्र है. यहां के हजारों बुनकरों और कारीगरों का घर इसी व्यापार से चलता है. नई टैरिफ नीति के बाद अमेरिकी खरीदारों ने अपने ऑर्डर रोकने शुरू कर दिए हैं, जिससे व्यापारियों में बेचैनी और गुस्सा है.

व्यापार मंडल के अध्यक्ष ने कहा कि यह फैसला व्यापार के नियमों का उल्लंघन है. उन्होंने देश के लोगों से भी विदेशी सामानों का बहिष्कार करने और स्वदेशी उत्पादों को अपनाने की अपील की ताकि अमेरिका जैसे देशों को सही सबक सिखाया जा सके. इस विरोध प्रदर्शन ने साफ कर दिया है कि अगर स्थानीय व्यापार और कारीगरों के हितों को चोट पहुंचेगी तो 'शिव की नगरी' चुप नहीं बैठेगी.

--Advertisement--