Jharkhand Movement : गुरुजी का घर अब सिर्फ घर नहीं, झारखंड की यादों का खजाना बनेगा
News India Live, Digital Desk: Jharkhand Movement : रांची में जो घर दशकों से ‘गुरुजी’ यानी शिबू सोरेन का पता रहा है, अब वो पूरे झारखंड की विरासत बनने जा रहा है। सरकार ने फैसला किया है कि मोरहाबादी में स्थित उनके सरकारी आवास को अब एक यादगार संग्रहालय में बदला जाएगा। ये सिर्फ एक इमारत नहीं, बल्कि झारखंड आंदोलन की जीती-जागती कहानी है, जिसे अब आने वाली पीढ़ियां भी देख और समझ सकेंगी।
क्यों खास है यह फैसला?
यह घर सिर्फ ईंट-पत्थर का मकान नहीं है, बल्कि झारखंड के संघर्ष और सपनों का गवाह रहा है। झारखंड सरकार में शामिल मंत्रियों का मानना है कि इस घर की हर चीज में गुरुजी के संघर्ष की कहानी छिपी है। इसी सोच के साथ कैबिनेट की बैठक में उनके आवास को "गुरुजी स्मृति संग्रहालय" के रूप में विकसित करने का प्रस्ताव रखा गया। इसका मकसद है कि लोग, खासकर युवा पीढ़ी, गुरुजी के जीवन, उनकी विचारधारा और झारखंड के लिए उनके लंबे संघर्ष को करीब से जान सकें।
क्या कुछ होगा इस संग्रहालय में?
इस संग्रहालय को ऐसा बनाया जाएगा, जहां झारखंड आंदोलन से जुड़ी यादें और गुरुजी के जीवन के सफर को दिखाया जाएगा। यहां उन चीजों को सहेजा जाएगा जो उनके संघर्ष की याद दिलाती हैं। यह एक ऐसी जगह होगी, जहां आकर लोग यह महसूस कर पाएंगे कि अलग झारखंड राज्य का सपना कैसे देखा गया और उसे पूरा करने के लिए कितनी मेहनत की गई।
यह कदम सिर्फ एक नेता को सम्मान देने जैसा नहीं है, बल्कि उस पूरे आंदोलन को सहेजने की कोशिश है, जिससे झारखंड का वजूद जुड़ा है। यह घर अब हमेशा के लिए गुरुजी की यादों और झारखंड की अस्मिता की कहानी कहता रहेगा।
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