Indian Cricket : छिप नहीं सकते ,साई सुदर्शन को फिर से जीतना होगा अपना खोया आत्मविश्वास, मैदान पर दिखाना होगा दम

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News India Live, Digital Desk: Indian Cricket :  क्रिकेट का मैदान हो या जिंदगी, कभी-कभी बड़े-बड़े धुरंधरों को भी मुश्किल वक्त का सामना करना पड़ता है. हाल के दिनों में युवा खिलाड़ी साई सुदर्शन (Sai Sudharsan) को लेकर कुछ ऐसी ही बातें सुनने को मिल रही हैं. एक शानदार प्रतिभाशाली खिलाड़ी, जिसने अपनी काबिलियत से सबको चौंकाया, उसे अब अपने खोए हुए आत्मविश्वास (Self-Belief) को फिर से ढूंढने की ज़रूरत है. ऐसा नहीं है कि साई सुदर्शन की काबिलियत पर कोई सवाल उठा रहा है, बल्कि बात उनकी 'सेल्फ बिलीफ' की है, जिसके बिना क्रिकेट जैसे हाई-प्रेशर गेम में सफल होना नामुमकिन सा हो जाता है.

अक्सर ऐसा होता है कि जब किसी खिलाड़ी पर बहुत ज़्यादा उम्मीदें टिक जाती हैं, तो कभी-कभी उनका प्रदर्शन वैसा नहीं रह पाता जैसा वो चाहते हैं. और इसी दबाव में कई बार खिलाड़ी मैदान पर अपने नेचुरल गेम को छोड़ देते हैं, या फिर बड़े शॉट खेलने से हिचकिचाने लगते हैं. शायद साई सुदर्शन भी इसी दौर से गुज़र रहे हैं. वह छिप नहीं सकते; क्रिकेट एक ऐसा खेल है जहां हर शॉट, हर कदम, हर भावना कैमरे पर होती है.

आत्मविश्वास क्यों है ज़रूरी?

एक खिलाड़ी के लिए उसका हुनर (Talent) जितना ज़रूरी है, उससे कहीं ज़्यादा ज़रूरी है उसका आत्मविश्वास. जब 'सेल्फ बिलीफ' (Confidence) डगमगाती है, तो आउट ऑफ़ फॉर्म लगने लगता है, अच्छे बॉल भी मुश्किल दिखती है, और आसान मौके भी हाथ से फिसल जाते हैं. मैदान पर यह दिखने लगता है कि खिलाड़ी संघर्ष (Struggle) कर रहा है. लेकिन साई सुदर्शन जैसे जुझारू (Fighting spirit) खिलाड़ी के लिए यह सिर्फ एक पड़ाव है, एक ऐसा समय जब उसे खुद पर और अपनी पुरानी बेहतरीन पारियों पर फिर से भरोसा करना होगा.

क्या करना होगा साई सुदर्शन को?

उन्हें किसी भी कीमत पर खुद को मुश्किलों से छिपाने से बचना होगा. चुनौतियां (Challenges) आएंगी, दबाव बढ़ेगा, लेकिन इसी माहौल में उन्हें अपने असली खेल (Performance) को बाहर निकालना होगा. अपनी मानसिक ताकत (Mental strength) पर काम करना होगा, शायद एक-दो छोटी, लेकिन ठोस पारियां उन्हें वापस पटरी पर ला सकती हैं. यह क्रिकेट करियर (Cricket career) का वो अहम मोड़ है, जहां 'हार नहीं माननी' की भावना सबसे ज्यादा मायने रखती है. उन्हें खुद को याद दिलाना होगा कि क्यों वो इतने शानदार खिलाड़ी (Promising player) माने जाते हैं. अगर वो ऐसा कर पाए तो उनकी वापसी (Comeback) और भी धमाकेदार होगी, और उनकी जीत (Success) भी पहले से कहीं ज्यादा मीठी लगेगी. यह उनके व्यक्तिगत संघर्ष (Personal battle) से लेकर भारतीय क्रिकेट में उनकी जगह तक, हर पहलू को मजबूत करेगा.

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