छत्तीसगढ़ में आप ने भरी नई हुंकार नया दफ्तर, नया जोश और अकेले लड़ने का बड़ा ऐलान

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News India Live, Digital Desk: छत्तीसगढ़ की राजनीति में आज एक बड़ी हलचल देखने को मिली है। आम आदमी पार्टी (AAP) ने साफ कर दिया है कि वह राज्य में अपनी जड़ें जमा चुकी है और अब किसी बैसाखी के सहारे आगे नहीं बढ़ेगी। पार्टी ने रायपुर में न सिर्फ अपने नए प्रदेश कार्यालय का उद्घाटन किया, बल्कि आने वाले चुनावों को लेकर एक बड़ा और आक्रामक ऐलान भी कर दिया।

"अब हम अकेले लड़ेंगे"
रायपुर में पार्टी के राष्ट्रीय संगठन महामंत्री डॉ. संदीप पाठक और प्रदेश के नेताओं की मौजूदगी में नए ऑफिस का फीता काटा गया। लेकिन असली खबर वो बयान है जिसने सियासी गलियारों में चर्चा छेड़ दी है। AAP ने स्पष्ट कर दिया है कि आने वाले समय में होने वाले सभी चुनाव—चाहे वह पंचायत के हों या नगरीय निकाय (Civic Body Elections) पार्टी पूरी ताकत से और अकेले अपने दम पर लड़ेगी

यानी, किसी भी दूसरी पार्टी (जैसे कांग्रेस या इंडिया गठबंधन के साथी) के साथ सीट शेयरिंग का कोई इरादा नहीं है।

संगठन को मजबूत करने पर पूरा जोर
डॉ. संदीप पाठक ने कार्यकर्ताओं में जोश भरते हुए कहा कि अब रुकना नहीं है। उन्होंने कहा कि चुनाव लड़ने के लिए एक मजबूत 'बेस' यानी संगठन की जरूरत होती है और पार्टी अब उसी पर काम कर रही है। उनका लक्ष्य है कि गांव-गांव तक 'झाड़ू' (AAP का चुनाव चिन्ह) पहुंचे।

नया कार्यालय खुलने से कार्यकर्ताओं को एक नया ठिकाना मिल गया है, जहां से चुनावी रणनीतियां बनाई जाएंगी। पार्टी का कहना है कि वे जनता के मुद्दों, जैसे बिजली, पानी, शिक्षा और स्वास्थ्य को लेकर ही मैदान में उतरेंगे।

बीजेपी और कांग्रेस के लिए खतरे की घंटी?
छत्तीसगढ़ में अब तक मुकाबला मुख्य रूप से बीजेपी और कांग्रेस के बीच ही होता आया है। लेकिन AAP का यह फैसला कि वे "सभी सीटों पर अकेले लड़ेंगे", इन दोनों पार्टियों के वोट बैंक में सेंध लगा सकता है। पिछले कुछ समय से आप, पंजाब और दिल्ली के मॉडल को लेकर छत्तीसगढ़ में सक्रिय है।

निकाय चुनाव सिर पर हैं, ऐसे में AAP के इस तेवर ने यह बता दिया है कि वे सिर्फ उपस्थिति दर्ज कराने नहीं, बल्कि जीत के इरादे से मैदान में डटे हैं। अब देखना होगा कि जनता इस "तीसरे विकल्प" पर कितना भरोसा जताती है।

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