आईआईटी रुड़की का सिल्वर जुबली रीयूनियन: 2000 (2001 बी.आर्क.) बैच ने उदार योगदान के साथ स्थापित की स्थायी विरासत

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रुड़की, भारत – 10 दिसंबर, 2025 — आईआईटी रुड़की ने 2000 (2001 बी.आर्क.) बैच के सिल्वर जुबली रीयूनियन के अवसर पर एक यादगार आयोजन किया। तीन दिवसीय कार्यक्रम में 250 से अधिक पूर्व छात्र और उनके परिवार शामिल हुए, जिन्होंने पुरानी यादों, मित्रता और अपने अल्मा मेटर के प्रति नए संकल्प के साथ उत्सव मनाया।

असाधारण उदारता प्रदर्शित करते हुए, बैच ने संस्थान की प्रमुख पहलों—इंफ्रास्ट्रक्चर विकास, सांस्कृतिक उन्नयन और अन्य प्रभावशाली परियोजनाओं—के लिए लगभग 3 करोड़ रुपये का योगदान दिया, जो आईआईटी रुड़की की ऐतिहासिक विरासत को और मजबूत करेगा।

आईआईटी रुड़की के निदेशक प्रो. के. के. पंत ने हार्दिक आभार व्यक्त करते हुए कहा, “हमारे पूर्व छात्रों और आईआईटी रुड़की के बीच संबंध हमेशा से हमारी शक्ति का आधार रहे हैं। हम अपने सभी पूर्व छात्रों का उनके निरंतर समर्थन के लिए हृदय से धन्यवाद करते हैं, जो हमें नई उपलब्धियाँ हासिल करने और वैश्विक प्रभाव स्थापित करने में सक्षम बनाता है। 2000 (2001 बी.आर्क.) बैच ने अपने अल्मा मेटर के प्रति इस मजबूत संबंध का प्रेरणादायक उदाहरण प्रस्तुत किया है।”

संसाधन एवं पूर्व छात्र मामलों के कुलशासक प्रो. आर. डी. गर्ग ने कहा, “हमारे पूर्व छात्रों की उदारता और समर्पण वास्तव में सराहनीय है। उनका योगदान छात्रों के जीवन को लगातार परिवर्तित कर रहा है और आने वाली पीढ़ियों को नवाचार और उत्कृष्टता के अवसर प्रदान कर रहा है।”

बैच समन्वयकों श्री अशुतोष सुवर्णा और श्री सचिन बंसल ने साझा किया, “आईआईटी रुड़की हमारी पहचान का एक बड़ा हिस्सा है और इसने हमें वह बनाया है जो आज हम हैं। संस्थान लौटकर और अपनी ओर से योगदान देकर अत्यंत खुशी और गर्व का अनुभव हो रहा है।”

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