How to please Lord Shiva in Sawan: बेलपत्र पेड़ की मिट्टी है चमत्कारी, स्वयं महादेव ने बताई है महत्ता

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News India Live, Digital Desk: How to please Lord Shiva in Sawan: भोलेनाथ की भक्ति के पवित्र महीने सावन में भगवान शिव की पूजा का विशेष महत्व है। इस दौरान किए गए कई धार्मिक अनुष्ठानों में से एक 'पार्थिव शिवलिंग' की पूजा भी है, जिसे अत्यंत शुभ और फलदायी माना जाता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि पार्थिव शिवलिंग बनाने के लिए बेलपत्र के पेड़ की मिट्टी का इस्तेमाल क्यों करना चाहिए? स्वयं भगवान शिव ने नारद जी को इसका चमत्कारी महत्व बताया था, जो पुराणों में वर्णित है।

शिव पुराण के अनुसार, एक बार देवर्षि नारद ने भगवान शिव से पूछा कि कलयुग में मनुष्य किस तरह आपकी कृपा प्राप्त कर सकते हैं, तब महादेव ने बताया था कि 'पार्थिव शिवलिंग' का पूजन इस युग में मोक्ष और समस्त सुखों को देने वाला है। उन्होंने विशेष रूप से यह भी कहा कि इस शिवलिंग को बनाने के लिए बेलपत्र के वृक्ष की जड़ के पास की मिट्टी सबसे उत्तम मानी जाती है।

ऐसा माना जाता है कि बेलपत्र का वृक्ष स्वयं महादेव को अत्यंत प्रिय है और यह पेड़ उन तीन गुणों – सतोगुण, रजोगुण और तमोगुण – का प्रतीक है, जिनके बीच से मुक्ति पाने पर मनुष्य शिवत्व प्राप्त करता है। इस पेड़ की मिट्टी में शिव की विशेष ऊर्जा का वास होता है, जो इसे अत्यंत पवित्र और चमत्कारी बना देता है। सावन मास में, जब बेलपत्र का वृक्ष हरे-भरे पत्तों से लदा होता है और इसकी जड़ों के पास की मिट्टी शीतल और प्राण ऊर्जा से भरपूर होती है, तब इस मिट्टी से बने पार्थिव शिवलिंग की पूजा करने से भक्त को अनंत पुण्य की प्राप्ति होती है।

जो भक्त सावन में बेलपत्र पेड़ की मिट्टी से शिवलिंग बनाकर सच्चे मन से उसका पूजन करता है, उसकी सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं। ऐसा करने से रोग-दोष, आर्थिक संकट और जीवन की बाधाएं दूर होती हैं। भगवान शिव ऐसे भक्त पर शीघ्र प्रसन्न होते हैं और उन्हें अभीष्ट फल प्रदान करते हैं। यह क्रिया न केवल भौतिक सुख प्रदान करती है, बल्कि आध्यात्मिक उन्नति और मानसिक शांति भी प्रदान करने वाली होती है। इसलिए, सावन 2025 में यदि आप भगवान शिव की असीम कृपा प्राप्त करना चाहते हैं, तो बेलपत्र की मिट्टी से पार्थिव शिवलिंग बनाकर पूजा अवश्य करें।

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