हिमाचल: कुल्लू-शिमला में बादल फटने और बाढ़ से तबाही – 300+ सड़कें बंद, भारी बारिश का अलर्ट
14 अगस्त 2025 को हिमाचल प्रदेश में मौसम ने विकराल रूप ले लिया है। कुल्लू, शिमला और लाहौल-स्पीति जिलों में बुधवार शाम को कई जगह बादल फटने (Cloudburst) और अचानक आई बाढ़ से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया। 325 से अधिक सड़कें, जिनमें दो नेशनल हाईवे भी शामिल हैं, बंद हो चुकी हैं। प्रशासन ने राहत व बचाव के लिए टीमें भेज दी हैं, पर कई गांवों का संपर्क पूरी तरह कट चुका है।
कहां-कहां हुआ नुकसान?
शिमला: गानवी क्षेत्र में बाढ़ ने पुल, पुलिस चौकी, बस स्टैंड, दुकानों और शेड को बहा दिया। कोट और क्याव पंचायत का संपर्क पूरी तरह टूट गया।
कुल्लू: श्रीखंड महादेव की पहाड़ियों में बादल फटने से कुर्पन खड्ड में बाढ़ आई, जिससे बगीपुल बाजार खाली कराना पड़ा। तिर्थन घाटी, बंजार और रामपुर क्षेत्रों में भी भारी नुकसान हुआ; कई गाड़ियां और कुटेज्स बह गए।
लाहौल-स्पीति: करपट, चांगुट, उदगोस गांवों में पुल बह गए, खेत उजड़ गए और कई घरों को नुकसान हुआ। ग्रामीणों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया।
प्रशासन और राहत कार्य
राहत दल और राजस्व टीमों को मौके पर भेजा गया। फिलहाल किसी प्रकार की जनहानि की सूचना नहीं है, लेकिन संपत्ति का भारी नुकसान दर्ज किया गया है।
स्कूलों में छुट्टी: कुल्लू के बंजार सबडिविजन में स्कूल बंद करने के आदेश।
कई जिलों में बिजली के ट्रांसफॉर्मर और पानी की स्कीमें भी प्रभावित हैं।
मौसम विभाग का अलर्ट – अगले दिनों में क्या?
14 अगस्त: चंबा, मंडी, कुल्लू, कांगड़ा, शिमला जिलों के लिए ऑरेंज और यलो अलर्ट – कई इलाकों में भारी बारिश का खतरा।
15 से 17 अगस्त: हिमाचल के चार से छह जिलों में भारी वर्षा की चेतावनी (यलो अलर्ट)।
ऑरेंज अलर्ट: चंबा, कांगड़ा, मंडी में बहुत भारी बारिश की संभावना।
लगातार बारिश और बाढ़ की वजह से पहाड़ों में भूस्खलन और जलभराव का खतरा है।
आम लोग क्या करें?
जिन क्षेत्रों में जलप्रलय और सड़कें बंद हैं, वहां से यात्रा न करें।
सरकारी और स्थानीय प्रशासन के निर्देशों का पालन करें।
बारिश के दौरान नदी किनारे, पुल और घाट पर जाने से बचें।
स्कूली बच्चों और कार्यालय जाने वालों को वैकल्पिक मार्ग या समय जानकारी रखें।
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