लग्जरी घर: नोएडा और ग्रेटर नोएडा में उच्च-स्तरीय मांग में वृद्धि

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नोएडा और ग्रेटर नोएडा में लग्जरी होम्स की मांग में जबरदस्त बढ़ोतरी देखी जा रही है। पहले ये क्षेत्र सिर्फ किफायती या मिड-सैगमेंट के लिए जाने जाते थे, लेकिन अब यहाँ प्रीमियम होमबायर्स की नजर बड़ी और बेहतर सुविधाओं वाले घरों पर लगी है, जो दिल्ली और गुरुग्राम के उच्च स्तरीय लाइफस्टाइल को मात देते हैं।

रियल एस्टेट मार्केट की मजबूती

नाइट फ्रैंक-नारेडको की हालिया रिपोर्ट के अनुसार, दिल्ली-एनसीआर का रियल एस्टेट बाज़ार खासकर लग्जरी और अल्ट्रा लग्जरी सेगमेंट में जबरदस्त बढ़ रहा है। 2020 में यहां रियल एस्टेट प्राइस औसतन 4,580 रुपये प्रति वर्ग फुट थी, जो 2025 की पहली तिमाही तक बढ़कर 8,300 रुपये प्रति वर्ग फुट हो गई है। ग्रेटर नोएडा ने 98% की सबसे अधिक कीमत वृद्धि दर्ज की है, जहाँ प्राइस 6,600 रुपये प्रति वर्ग फुट तक पहुंच गई है, जबकि नोएडा में 92% वृद्धि के साथ यह 9,200 रुपये प्रति वर्ग फुट हो गई है।

बढ़ती मांग के कारण

उन्नत इन्फ्रास्ट्रक्चर और सोच-समझकर किए गए रेजिडेंशियल डेवलपमेंट ने नोएडा-ग्रेटर नोएडा को एनसीआर क्षेत्र में एक लग्जरी डेस्टिनेशन के रूप में स्थापित किया है।

कई प्रीमियम माइक्रो-मार्केट्स में प्रॉपर्टी की कीमतों में तेजी से बढ़ोतरी हुई है, जो अंत उपयोगकर्ताओं और निवेशकों दोनों की बढ़ती रुचि को दर्शाती है।

नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे के साथ फॉर्च्यून 500 कंपनियों की उपस्थिति ने इस क्षेत्र की विश्वसनीयता बढ़ाई है।

बाजार में बदलाव

एनारॉक द्वारा विश्लेषित आंकड़ों से पता चलता है कि ग्रेटर नोएडा में पिछले पांच वर्षों में कीमतों में 98% की वृद्धि हुई है, जबकि नोएडा में यह 92% रही। अब नोएडा-ग्रेटर नोएडा का बाज़ार स्लो-मूविंग नहीं रहा; अच्छी लोकेशन वाले प्रोजेक्ट्स तेजी से बिक रहे हैं। खासकर एनआरआई, उद्यमी और कॉर्पोरेट एक्सेक्यूटिव्स इस क्षेत्र में लग्जरी अपार्टमेंट्स और पेंटहाउस के लिए बढ़ती मांग के प्रमुख ड्राइवर हैं।

अनसोल्ड स्टॉक में गिरावट

नोएडा में अनसोल्ड प्रॉपर्टी की संख्या 2019 में 42 महीने के स्तर से घटकर 2024 में केवल 12 महीने रह गई है। ग्रेटर नोएडा में भी यह समय 88 महीने से घटकर 17 महीने हो गया है। यह तेजी से संपत्तियों की मांग और बिक्री का सूचक है, जो गुरुग्राम जैसे अन्य बाज़ार की तुलना में अधिक तेज है। लग्जरी सेगमेंट में तो अनसोल्ड स्टॉक सिर्फ 8-10 महीने का ही बचा है।

आने वाले विकास प्रोजेक्ट्स का प्रभाव

नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट

जेवर फिल्म सिटी

दिल्ली-मुंबई इंडस्ट्रियल कॉरिडोर

एक्वा लाइन मेट्रो

ये पर प्रोजेक्ट्स न केवल कनेक्टिविटी बढ़ा रहे हैं, बल्कि क्षेत्र की छवि को भी एक बड़े निवेश और जीवनशैली के केंद्र के रूप में मजबूत कर रहे हैं।

विशेषज्ञों की राय

सहिल अग्रवाल, सीईओ, निम्बस रियल्टी के अनुसार, यह क्षेत्र अब केवल मिड-सैगमेंट नहीं बल्कि लग्जरी होमों के लिए एक परिपक्व बाज़ार बन चुका है। विनिर्माण कंपनियों, फॉर्च्यून 500 कंपनियों और कार्य क्षेत्र के विस्तार के कारण खरीदार अब यहां बड़े फ्लैट और बेहतर सुविधाओं की मांग कर रहे हैं।

सलिल कुमार, सीआरसी ग्रुप के डायरेक्टर, कहते हैं कि नोएडा और ग्रेटर नोएडा में अब एक नई जागरूक और महत्वाकांक्षी खरीदार पीढ़ी आ रही है, जो अपने घर को सिर्फ निवेश के रूप में नहीं बल्कि जीवन योजना के रूप में देखती है।

सननी कत्याल, को-फाउंडर, इन्वेस्टर्स क्लिनिक, ने कहा कि लग्जरी होम्स के लिए पूछताछ में काफी वृद्धि हुई है, विशेषकर एक्सप्रेसवे और मेट्रो कॉरिडोर्स के आसपास।

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