Heavy Rain warning : छत्तीसगढ़ में मानसून का रौद्र रूप, 23 जिलों में ऑरेंज और येलो अलर्ट, अगले 48 घंटे भारी
News India Live, Digital Desk: Heavy Rain warning : छत्तीसगढ़ में पिछले कुछ दिनों से कमजोर पड़ा मानसून एक बार फिर पूरी ताकत से सक्रिय हो गया है। बंगाल की खाड़ी में बने एक नए सिस्टम के कारण प्रदेश भर के मौसम का मिजाज पूरी तरह बदल गया है। राजधानी रायपुर समेत अधिकांश जिलों में सोमवार सुबह से ही रुक-रुक कर बारिश का दौर जारी है। मौसम विभाग ने अगले 48 घंटों के लिए प्रदेश के 23 जिलों में भारी से बहुत भारी बारिश की चेतावनी जारी करते हुए ऑरेंज और येलो अलर्ट जारी किया है।
क्यों बदला मौसम का मिजाज?
रायपुर मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार, बंगाल की खाड़ी के उत्तर-पश्चिम में एक चक्रीय चक्रवाती घेरा बना हुआ है, जो समुद्र तल से 7.6 किलोमीटर की ऊंचाई तक फैला है। इसके साथ ही एक मानसून द्रोणिका भी सक्रिय है। इन दोनों सिस्टम के असर से छत्तीसगढ़ में भारी मात्रा में नमी आ रही है, जिसके कारण प्रदेश में जोरदार बारिश की संभावना बनी है।
इन जिलों में ऑरें''ज अलर्ट: रहें सावधान!
मौसम विभाग ने सरगुजा, जशपुर, पेंड्रा, बिलासपुर, रायगढ़, मुंगेली, जांजगीर और कोरबा समेत 8 जिलों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। इन जिलों में अगले 24 से 48 घंटों के दौरान कुछ स्थानों पर भारी से अति भारी बारिश (Very Heavy Rainfall) होने की आशंका है। प्रशासन ने इन जिलों के लोगों से विशेष सावधानी बरतने और नदी-नालों से दूर रहने की अपील की है।
15 जिलों में येलो अलर्ट
इसके अलावा, प्रदेश के 15 अन्य जिलों के लिए येलो अलर्ट जारी किया गया है। इनमें रायपुर, बलौदाबाजार, गरियाबंद, धमतरी, महासमुंद, दुर्ग, बालोद, बेमेतरा, कबीरधाम, राजनांदगांव, कोरिया, सूरजपुर, बलरामपुर, कांकेर और कोंडागांव शामिल हैं। इन जिलों में भी मध्यम से भारी बारिश के साथ कुछ स्थानों पर वज्रपात (बिजली गिरने) की भी आशंका जताई गई है।
तापमान में गिरावट, गर्मी से राहत
इस झमाझम बारिश का असर तापमान पर भी देखने को मिल रहा है। प्रदेश के अधिकतम तापमान में 4 से 5 डिग्री सेल्सियस तक की गिरावट दर्ज की गई है, जिससे लोगों को चिपचिपी और उमस भरी गर्मी से बड़ी राहत मिली है।
यह बारिश जहां एक तरफ आम जनता के लिए राहत लेकर आई है, वहीं किसानों के लिए किसी अमृत से कम नहीं है। धान की फसल के लिए यह बारिश बेहद फायदेमंद मानी जा रही है, जिससे किसानों के चेहरे पर खुशी की लहर दौड़ गई है। प्रशासन ने सभी जिला कलेक्टरों को बारिश की स्थिति पर नजर बनाए रखने और किसी भी तरह की आपदा की स्थिति से निपटने के लिए तैयार रहने के निर्देश दिए हैं।
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