Healthy Lifestyle : शराब नहीं पीते फिर भी हो सकती है लिवर की बीमारी? जानिए इन सात छिपे हुए कारणों को
- by Archana
- 2025-08-14 09:36:00
Newsindia live,Digital Desk: Healthy Lifestyle : आमतौर पर यह माना जाता है कि लिवर की बीमारियाँ केवल उन लोगों को होती हैं जो बहुत अधिक शराब पीते हैं। लेकिन यह पूरी सच्चाई नहीं है। ऐसे कई लोग हैं जो शराब को हाथ भी नहीं लगाते, फिर भी वे लिवर की गंभीर समस्याओं जैसे फैटी लिवर या लिवर सिरोसिस का शिकार हो जाते हैं। इसके पीछे हमारी जीवनशैली और खान-पान से जुड़ी कई ऐसी छिपी हुई वजहें हैं, जिन पर हम अक्सर ध्यान नहीं देते।
इसका सबसे बड़ा कारण नॉन-एल्कोहॉलिक फैटी लिवर डिजीज है। यह समस्या तब होती है जब लिवर में अतिरिक्त चर्बी जमा हो जाती है। इसके कुछ प्रमुख जोखिम कारक हैं। पहला, बहुत अधिक मीठा और प्रोसेस्ड फूड खाना। फ्रक्टोज और प्रोसेस्ड कार्बोहाइड्रेट से भरपूर खाद्य पदार्थ लिवर में फैट के रूप में जमा हो जाते हैं, जिससे लिवर को नुकसान पहुँचता है।
दूसरा महत्वपूर्ण कारण मोटापा है, खासकर जब पेट के आसपास चर्बी अधिक हो। यह इंसुलिन प्रतिरोध को बढ़ाता है, जिससे लिवर पर दबाव पड़ता है। शारीरिक गतिविधि की कमी भी एक बड़ा खतरा है। व्यायाम न करने से मेटाबॉलिज्म धीमा हो जाता है, जिससे वजन बढ़ता है और लिवर में फैट जमा होने का खतरा भी बढ़ जाता है।
कुछ दवाइयाँ भी लिवर के लिए हानिकारक हो सकती हैं। पेनकिलर और कुछ अन्य दवाओं का लंबे समय तक और बिना डॉक्टरी सलाह के इस्तेमाल लिवर को नुकसान पहुँचा सकता है। हेपेटाइटिस बी और सी जैसे वायरल इन्फेक्शन भी लिवर की बीमारियों का एक प्रमुख कारण हैं, जो संक्रमित खून या अन्य शारीरिक तरल पदार्थों के संपर्क में आने से फैलते हैं।
इनके अलावा, कुछ जेनेटिक यानी आनुवंशिक कारण भी हो सकते हैं, जो लिवर की बीमारियों के खतरे को बढ़ाते हैं। आखिर में, हमारे पर्यावरण में मौजूद कुछ विषैले तत्व भी लिवर पर बुरा असर डालते हैं। कीटनाशक और औद्योगिक रसायन साँस या त्वचा के माध्यम से शरीर में पहुँचकर लिवर को बीमार कर सकते हैं। इसलिए एक स्वस्थ जीवनशैली अपनाना और नियमित जाँच कराना लिवर को सुरक्षित रखने के लिए बेहद जरूरी है।
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